मुस्लिम बाहुल्य टोंक विधानसभा क्षेत्र से मु्स्लिम प्रत्याशी का टिकट काटकर स्वयं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के चुनाव लड़ने से स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं में विरोध तेज हो गया है। देर रात ही कांग्रेसी नेताओं ने मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट नहीं देने पर विरोध दर्ज कराया। आज बगावत पर उतरे नेता कई जगह बैठकें आयोजित कर रणनीति बना रहे हैं।
वहीं जयपुर जिले की विद्याधर नगर और बस्सी विधानसभा क्षेत्र में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। बस्सी में लक्ष्मण मीणा का टिकट कटने से नाराज होकर बड़ी संख्या में बस्सी क्षेत्र के कांग्रेसी नेता आज सुबह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंच गए। पंचायत समिति प्रधान गणेश नारायण, बस्सी सरपंच परिषद के अध्यक्ष मंगलराम मीणा, ब्लॉक कांग्रेस तूंगा के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह राजावत, कई जनप्रतिनिधि व सैकडो कांग्रेसी कार्यकर्ता पीसीसी पहुंचे और पीसीसी में मौजूद प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के समक्ष नाराजगी प्रकट की।
बस्सी से आए कांग्रेस नेताओं का कहना था कि बस्सी क्षैत्र के करीब 3 दर्जन से अधिक सरपंच लक्ष्मण मीणा के साथ है लक्ष्मण मीणा पूरे पांच साल बस्सी क्षेत्र में लोगो के साथ रहे और उनकी समस्याओ का निपटारा कर रहे थे। वहीं लक्ष्मण मीणा घर -घर, ढाणी जाकर लोगो से सम्पर्क कर रहे थे। पार्टी ने जो निर्णय लिया है वह गलत निर्णय लिया गया है।
इसी प्रकार विद्याधर नगर से लगातार दो बार कांग्रेस प्रत्याशी रहे विक्रम सिंह शेखावत का टिकट से नाराज उनके समर्थकों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शेखावत के समर्थक आज रोड शो कर रहे हैं। बताया जाता है कि शेखावत निर्देलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में आ सकते हैं।
वहीं चूरू में पूर्व विधायक मकबूल मंडेलिया के बेटे रफीक मंडेलिया को टिकट देने का भी चूरू में विरोध हो गया है। चूरू से पूर्व मंत्री हमीदा बेगम और महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष रेहाना रियाज टिकट मांग रही थीं। बता दें कि मकबूल मंडेलिया को टिकट नहीं देने की मांग को लेकर हाल ही में दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर चूरू के कांग्रसी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।