पत्रिका ने खबर में बताया गया था कि किसी अपराधी के विरुद्ध यदि धारा 302 हत्या में शामिल होने का कृत्य नहीं बनता है तो उन्हें 120 बी के तहत षड्यंत्र में शामिल होने पर उतनी ही सजा मिले जो अन्य आरोपियों को दी जाए। एसआइटी टीम ने मामले में 120 बी आइपीसी को और जोड़ा। इस धारा के तहत एसआइटी ने शुक्रवार को मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
सरगना सूर्या-बल्लू को लेकर एसपी-एएसपी भी पैदल घूमे
उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद भीम में कांस्टेबल संदीप चौधरी पर तलवार से हमले को लेकर मगरे की मुख्य आपराधिक कोबरा गैंग के सरगना सुरेंद्रसिंह एवं बलवंत सिंह की पुलिस ने देवगढ़ में पब्लिक परेड कराते हुए थाने से लेकर नगर पालिका, तीन बत्ती चौराहा एवं कामलीघाट रोड पर स्थित विद्या निकेतन स्कूल तक सड़कों पर घुमाया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवलाल बैरवा, देवगढ़ थानाधिकारी शैतानसिंह नाथावत सहित पुलिस जाप्ता मौजूद रहा।
घेराबंदी कर पकड़ा
कोबरा गैंग के सरगना सुरेंद्र सिंह उर्फ सूर्या, बलवंत सिंह उर्फ बल्लू को देवगढ़ पुलिस टीम के कांस्टेबल शिव दर्शनसिंह, बाबूसिंह, खिवराज, आसूचना अधिकारी वीरेंद्रसिंह भाटी, मुकेश कुमार, गुलजार सिंह, राजकुमार ने अलसुबह मगरे के जंगलों में घेराबंदी कर पकड़ा था।
एक महीने का वेतन देंगे किरोड़ी
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा शुक्रवार मृतक कन्हैयालाल के घर गए जहां पर परिजन को ढांढस बंधाया। मीणा ने परिवार को अपना एक महीने का मूल वेतन देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह सरकार और पुलिस का फेलियर है। जब पीड़ित आपसे सुरक्षा मांग रहा है तो उसे सुरक्षा नहीं देते हो और जबरन समझौता करवाया जाता है। किरोड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री हर बात में बोलते हैं कि केंद्र शांति की अपील करें, लेकिन घटना राजस्थान में हुई और शांति की अपील केंद्र से करने के लिए बोल रहे हैं।