स्थिति — यह विजन पूरा होना गांवों लिए तो दूर, शहरों में भी अभी पूरा नहीं
स्थिति — मेडिकल कॉलेजों की तैयारी, मगर नर्सिंग कॉलेजों की गति धीमी . राज्य स्वास्थ्य प्रणाली के प्रशिक्षण, अनुसंधान और रेफरल केंद्रों के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित करना।
स्थिति — धरातल पर तैयार नहीं
5 सेटेलाइट अस्पताल
19 उप जिला अस्पताल
571 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
2080 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र
14 हजार से अधिक सब सेंटर
195 सिटी डिस्पेंसरी
249 ब्लॉक
50 हाई फोकस ब्लॉक
1600 से अधिक चिन्हित डिलीवरी प्वाइंट
अधिक वेतन व सुविधाओं के बावजूद निजी अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम रहता है
43 हजार पंजीकृत डॉक्टर
1700 है प्रदेश में डॉक्टर जनसंख्या अनुपात
9 हजार डॉक्टर ही कार्यरत
11 हजार डॉक्टरों के पद स्वीकृत
2 हजार पद रिक्त डॉक्टरों के
34 हजार डॉक्टर निजी क्षेत्र में दे रहे सेवाएं
निजी और सरकारी क्षेत्र का डॉक्टर—जनसंख्या कुल अनुपात 1700 लोगों पर एक, जो देश के अनुपात से 10 गुना अच्छा
सरकारी अस्प्तालों में करीब 50 हजार नर्सिंग कर्मी, निजी में यह संख्या करीब एक लाख से अधिक
स्वास्थ्य का अधिकार कानून …… कोई भी भर्ती होती है तो वह पूरी प्रक्रिया और हर स्तर पर मंजूरी के बाद होती है। सरकारी भर्ती की यही प्रक्रिया है। हमारी सरकार ने चिकित्सा विभाग की भर्तियों के लिए अभूतपूर्व स्वीकृतियां दी हैं। सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज शुरू होंगे, स्वास्थ्य का अधिकार कानून लाएंगे, चिरंजीवी योजना और जनता क्लीनिक जैसी बड़ी योजनाएं हमने दी हैं।
रघु शर्मा, चिकित्सा मंत्री