जयपुर

मेजबान पूछ रहे मेहमान से, शादी में आएंगे या दूसरे रिश्तेदार को बुलाएं

कोरोना काल ने सहमाया भले ही हो लेकिन अब शादियों में में सादगी बरतने की सीख भी दी है। अब तक का चलन है कि शादी हो तो धूमधाम से हो लेकिन अब लोग चमक-दमक छोड़कर सुरक्षा के प्रति गम्भीर हैं।

जयपुरJun 04, 2020 / 06:12 pm

Kamlesh Sharma

कोरोना काल ने सहमाया भले ही हो लेकिन अब शादियों में में सादगी बरतने की सीख भी दी है। अब तक का चलन है कि शादी हो तो धूमधाम से हो लेकिन अब लोग चमक-दमक छोड़कर सुरक्षा के प्रति गम्भीर हैं।

पुष्पेन्द्र सिंह शेखावत
जयपुर। कोरोना काल ने सहमाया भले ही हो लेकिन अब शादियों में में सादगी बरतने की सीख भी दी है। अब तक का चलन है कि शादी हो तो धूमधाम से हो लेकिन अब लोग चमक-दमक छोड़कर सुरक्षा के प्रति गम्भीर हैं। शादी में 50 से ज्यादा मेहमान नहीं बुलाने की बंदिश के बहाने ही सही, फिजूलखर्ची पर लगाम लगी है। हालांकि वर-वधू के परिजनों के सामने सबसे बड़ी समस्या मेहमान बुलाने की हो रही है। पचास लोगों की बंदिश के चलते मेहमानों की छंटनी करने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। शादी करने वाले परिजनों से इस मुद्दे पर पत्रिका ने की बात-
नहीं आ पाए तो तत्काल दूसरों को बुलाएंगे
किशनपोल बाजार निवासी उज्जवल और जेनिक की शादी 29 जून को होनी है। इन्होंने बताया कि हमने 25-25 मेहमानों की लिस्ट बना रखी है। इसके साथ ही कुछ खास को ‘स्टैण्ड बाय’ पर रखा हुआ है। शादी से एक दिन पहले हम अपने गेस्ट को फोन करके पूछेंगे कि वे आ पाएंगे या नहीं। अगर वे नहीं आ पाए तो फिर तत्काल दूसरे मेहमानों को बुलाएंगे।
सबको दिया अलग-अलग समय
जगतपुरा निवासी गंगाराम ने अपनी बेटी संतोष की शादी में घराती और बाराती सबको अलग-अलग समय दिया। उन्होंने बताया कि टुकड़ों में समय देने से पूरी शादी में एक साथ मात्र 10 से 15 लोग ही उपस्थित रहे। उन्हें तत्काल भोजन करवाकर विदा करते गए। पास-पड़ोस और जिन्हें नहीं बुलाया, उनके घर बाद में मिठाई भिजवा दी। इसे सभी ने सराहा है। गंगाराम की बेटी की शादी सोमवार को जगतपुरा स्थित एक गार्डन में सम्पन्न हुई।
मेजबान पूछ रहे मेहमान से, शादी में आएंगे या दूसरे रिश्तेदार को बुलाएं
समाज ने दिया सम्मान पत्र
टोंक फाटक निवासी मुरारी सोढानी ने अपने पुत्र शिखर की शादी 16 अप्रेल को हुई। उन्होंने बताया कि शादी में भले ही हम पूरे परिवार के लोग भी शामिल नहीं हो सके, मात्र 15-20 लोग ही रहे। लेकिन शादी के बाद सबके बधाई पत्र मिले। रिश्तेदारों और समाज के लोगों ने फोन करके काफी प्रशंसा भी की। साथ ही समाज की ओर से गाइडलाइन का पालन करने पर सम्मान पत्र भी दिया गया।
होटल से बनवाया खाना, स्वयं ने खिलाया
झोटवाड़ा निवासी शंकर सिंह शेखावत की बेटी भाग्यश्री की शादी एक जून को खातीपुरा स्थित गार्डन में हुई। उन्होंने बताया कि हमने हर परिवार से एक आदमी को ही बुलाया। कई रिश्तेदार बाहर से ही कन्यादान और बधाई देकर चले गए। जिससे कोई भीड़ नहीं हुई। बारात के लिए भी केवल 15 लोगों को ही आमंत्रण दिया था। हलवाई और कैटरिंग के लोग कम करने के लिए होटल से खाना बनवाया और हमने ही सबको खाना खिलाया।
सामूहिक विवाह में आए बदलाव
न्यू जागृति सामाजिक सेवा संस्थान की ओर से 29 जून को सामूहिक विवाह सम्मेलन होगा। इसमें डिस्टेसिंग की पालना के लिए आयोजकों ने घर से ही विवाह की पेशकश की है।
सोशल मीडिया पर यह भी
वहीं सोशल मीडिया पर सरकार की गाइडलाइन पर तरह-तरह के विचार आ रहे हैं। जिनमें आप है खास तो 50 में होंगे शामिल। कहीं आपका नम्बर 51 तो नहीं। इसके अतिरिक्त एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें मेहमान को स्टैण्ड बाई पर रखा गया है।
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