सचिव ने कहा कि लोग किराने की दुकानों तक पैदल या साइकिलों पर जा सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि डोर टू डोर और ऑनलाइन डिलिवरी को बढ़ावा दिया जा सकता है, ताकि लोकडाउन के दौरान लोगों को जरूरी चीजों के लिए बार बार बाजार जाना नहीं पड़े।
महाजन ने कहा कि दुकानदारों को किराने की दुकानों पर आने वाले लोगों के बीच सामाजिक दूरी लागू करने के लिए स्थानीय निकाय या पुलिस कर्मियों की मदद लेनी होगी। इस दौरान, एक जगह पर पांच से ज्यादा लोग इक_ा नहीं हो सकते हैं। सचिव ने कहा कि डोर टू डोर फल और सब्जियां बेचने की इजाजत देनी चाहिए। हालांकि, परिवार के एक ही सदस्य को चीजें खरीदने की अनुमति होगी।
साइकिल, ई-रिक्शा को मिल सकती है अनुमति
सचिव महाजन ने कहा कि साइकिल रिक्शा या ई-रिक्शा वालों को होम डिलिवरी की अनुमति दी जा सकती है ताकि वे भी कुछ पैसा कमा सकें। स्थानीय जिला प्रशासन को स्थानीय निकाय और पुलिस के साथ समन्वय करना चाहिए और व्यापार संघों से बात करनी चाहिए और उन्हें घर-घर सामान पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई इलाका नइीं है जहां घर घर सामान नहीं पहुंचाया जा सकता। शहरी उपभोक्ता भंडार यह सुनिश्चित करें कि आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति के लिए मोबाइल दुकानों से आवश्यक वस्तुएं बेची जाएं।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए निर्देश
महाजन ने बताया कि राज्य में सार्वजनिक वितरण सामग्री को वितरित करने के लिए जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया। उन्होंने आगे बताया कि मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग ने मोबाइल दुकानों को चलाने के लिए जिम्मेदार कर्मियों और ड्राइवरों के लिए निर्देश जारी किए हैं। थोक विके्रताओं की सूची जिले के सभी खुदरा विक्रेताओं को उपलब्ध कराई जाएगी ताकि उन्हें सामग्री मिल सके।