डूंगरपुर जिले से कोरोना काल के दौरान तकरीबन एक लाख प्रवासी अन्य राज्यों और देशों से आए। करीब सात लाख प्रवासी जिले से होकर गुजरे। इसके बावजूद डूंगरपुर में सामुदायिक संक्रमण के हालात नहीं बनने दिए। कोरोना को सीधे-सीधे चुनौती देने का कमाल कर दिखाया नगर परिषद के कोरोना कर्मवीरों ने। टीम ने साढ़े तीन माह तक पूरे जिले को सेनेटाइज किया। रातभर जागकर टीम से हर सदस्य ने अपना सेवा धर्म निभाया। सफाई कर्मचारी दिनेश हरिजन के नेतृत्व में टीम ने शहर सहित जिले भर में संबंधित क्षेत्रों को संक्रमित होने से बचाए रखा।
लॉकडाउन से पहले सक्रिय हो गई टीम
प्रदेश में कोरोना दस्तक के साथ डूंगरपुर नगर परिषद सभापति के.के.गुप्ता ने स्थानीय स्तर पर संक्रमण रोकने के लिए कवायद शुरू कर दी थीं। गत 16 मार्च से सेनेटाइजेशन टीम गठित कर शहर के बस स्टैंड, अस्पताल, कलक्ट्रेट सहित सभी सार्वजनिक स्थलों को लगातार सेनेटाइज किया गया। सार्वजनिक स्थलों पर साफ-सफाई का यह मंत्र काफी कारगर साबित हुआ और कोरोना वायरस ज्यादा फैल नहीं पाया।
सफाई कार्मिकों की मुस्तैदी आई काम
टीम लीडर दिनेश ने बताया कि शहर के सार्वजनिक स्थलों को अब भी सात दिन में सेनेटाइज किया जा रहा है। इसके अलावा गुजरात सीमा पर रतनपुर बॉर्डर से प्रवासियों के आने का क्रम शुरू होने पर टीम अलर्ट होकर डटी रही। कैम्प परिसर सहित प्रवासियों लेकर आ रहे वाहनों को सेनेटाइज किया।
कई बार पूरी रात तैनात रहे। जिले में 30 किलोमीटर के दायरे में स्थापित सभी क्वॉरंटीन और कोविड सेंटर्स, पेट्रोल पंप, चिकित्सा टीमों के ठहराव स्थलों आदि को सेनेटाइज किया। जैसे पॉजिटिव मरीज चिन्हित होते कंटेंटमेंट जोन को लगातार विसंक्रमित किया जाता।
एक माह तक बॉर्डर पर रहे तैनात
टीम के अनुसार राज्य सरकार ने प्रवासियों के लिए बॉर्डर खोले उस समय एक महीने तक रतनपुर में सेनेटाइजर वाहन मौजूद रहा। यहां 24 घंटे लोगों के आने का क्रम जारी था। ऐसे में चार से पांच घंटे के अंतराल में पूरे शामियाने और वाहनों को सेनेटाइजर करना पड़ता था। वहां 12-12 घंटो की दो पारियों में टीम काम करती रही।
चिन्ता में रहते हैं घरवाले
टीम के सदस्यों ने बताया कि संक्रमण से बचाव के लिए सफाई का विशेष ध्यान रखा। टीम संक्रमण खतरे के बीच काम करती रही। ऐसे में परिवारजन चिन्तित रहे, लेकिन अपने कर्म को परिवार से ऊपर रखा। लगातार काम करते रहे। डूंगरपुर में सेवा का जज्बा जारी है। टीम में मूलचंद, जगदीश, देवा, लक्ष्मण, रामा, वाडीलाल, संजय, सुनील, सुभाष, कमलेश, हरीश, नरेश, राजा आदि शामिल हैं जो लगातार सेवाएं दे रहे हैं।
शहर का हर घर सेनेटाइज
सभापति गुप्ता ने नवाचार के साथ पहल दिखाते हुए शहर के हर घर को सेनेटाइज करने के निर्देश दिए। दिनेश की अगुवाई में टीम ने शहर के 30 वार्डों में घर-घर घूम कर सेनेटाइजेशन किया। इसके अलावा नालियों में ब्लीचिंग पाउडर छिड़के और घनी आबादी में फोगिंग का काम किया, जिससे संक्रमण हवा के माध्यम से फैले नहीं।
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