जयपुर १४ जून
शिप्रापथ थाना पुलिस ने कोरियर कंपनी की डिस्ट्रीब्यूटरशिप एण्ड डीलर शिप देने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले दो अन्तर्राज्यीय बदमाशों को पकड़ा है। बदमाशों ने मुंबई इंदौर और लखनऊ में भी ठगी की वारदात कबूली है। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने अब तक 100 से अधिक लोगों के साथ ठगी करना कबूल किया है। आरोपी ने बताया कि वह कोटपुतली को जिला बनाना चाहता है और समस्या समाधान का शिविर लगाकर राजनीति में जाने की कोशिश कर रहा था।
एसीपी (दक्षिण) दीपक कुमार ने बताया कि इस संबंध में रजत रावत, अंकुश अग्रवाल और लक्ष्मीकांत ने मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया कि आरोपी ने विज्ञापन दिया था। जिसमें कोरियर कंपनी की डिस्ट्रीब्यूटरशिप और डीलर शिप देने का झांसा देकर लाखों रुपए ठग लिए। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने टीम गठित कर आरोपी कालवाड़ रोड करधनी निवासी मुकेश कुमार उर्फ विजय कुमार कुमावत (३४) और आरोपी राजगढ़ अर्पाटमेंट गांधी पथ वैशाली नगर निवासी जितेन्द्र सिंह यादव (३७) को गिरफ्तार कर लिया।
एक लाख रुपए प्रति माह कमाने का दिया झांसा-
फरवरी २०१७ में आरोपियों ने मिलकर एक जे.के लोजोस्टिक एण्ड ई कोम डिलीवरी की फर्जी कंपनी का मुंबई में ऑफिस खोला। अखबारों में विज्ञापन देकर लोगों को बताया कि कंपनी के साथ व्यापार करके एक लाख रुपए प्रति महीना कमाए जाने का धोखा दिया व तीन साल का एग्रीमेंट कंपनी के साथ किया। मुंबई में काम नही चलने के कारण उन्होंने ऑफिस स्वेज फार्म बिग बेन टावर में खोला और लोगों में मुंबई में इसका मुख्यालय बताया। ऑफिस में काम करने के लिए ६ से ७ कर्मचारी रखकर आरोपी मुकेश कुमावत स्वयं कंपनी का हैड बन बैठा और लोगों से होम डिलेवरी के नाम पर फ्रेन्चाइीज तीन किश्म से डीलर, डिस्ट्रीब्यूटर, सुपर डिस्ट्रीब्यूटर के नाम पर देने की कहकर डीलर के ५५ हजार, डिस्ट्रीब्यूटर के १ लाख रुपए व सुपर डिस्ट्रीब्यूर के १ लाख ५० हजार रुपए की एडंवास राशि बताई। इसके साथ ही रुपए जमा करवाने के बाद हर महीने एक लाख रुपए कमाई का आश्वासन दिया और पैसा स्वयं के बताए बैंक खाते में लोगों को एनएफटी, चैक से जमा कराने के लिए कहा।
बैंक खाते में भी निकले फर्जी- पुलिस ने बताया कि यह खाता मुंबई में कर्नाटका बैंक लिमिटेड में खोला व फर्जी आईडी एड्रेस बनाकर लगाई व अन्य खाता सिंडीकेट बैक शाखा लोखण्डवाला अंधेरी पश्चिम मुंबई में खोला उसमें भी फर्जी आईडी लगाई। दोनों खातो में बेरोजगार लोगों से पैसे जमा करवा लिए। इसके मानसरोवर रीको एरिया में ऑफिस खोला जहां पर स्वेज ऑफिस के कर्मचारी ही काम कर रहे थे। यहां पर सैकडों लोग कंपनी में जुडे और पैसा बैंक में जमा करवा दिए। आरोपी पैसा निकालने के बाद वहां से फरार हो गए। पुलिस ने मुकेश कुमार को लखनऊ से दबोचा, जबकि दूसरे को जयपुर से ही गिरफ्तार किया।
इस तरह करते थे ठगी- – आरोपी अपना नाम बदलकर फर्जी पहचान पत्रों के आधार पर मोबाइल कंपनी से सिम एवं ऑफिस किराए से लेते है। – आरोपी अस्थायी ऑफिस रखते है, कुछ दिन बाद ही उसे खाली कर देते थे।
– आरोपी दिखाने के लिए फेक वेबसाईट बनाते है, जिसे कुछ दिन बाद बंद कर देते थे। – शिप्रापथ पर तीन प्रकरण दर्ज है, जिनमें करीब तीस जने पीडि़त है। – आरोपियों द्वारा राजस्थान राजस्थान के बाहर के राज्यों में लोगों के साथ धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए खाते में डलवाए है। इसके बाद उन खातों से पैसे निकलवाए।
– जांच में सामने आया कि आरोपी पहले भी गाडिय़ों में विज्ञापन लगवाने के नाम पर ठगी करते थे। – फरारी के बाद इंदौर, मुंबई व लखनऊ में भी इस तरह की ठगी की वारदातों को अंजाम दिया।