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जयपुर

ऐसा क्या हुआ कि घर में दफनाना पड़ा शव

प्रेम विवाह से खफा ग्रामीणों ने नहीं करने दी विवाहिता की अंत्येष्टि

जयपुरSep 11, 2018 / 01:55 am

jagmendra

प्रेम विवाह से खफा ग्रामीणों ने नहीं करने दी विवाहिता की अंत्येष्टि

ऐसा क्या हुआ कि घर में दफनाना पड़ा शव

पीहर पक्ष ने लगाया हत्या का आरोप
करेड़ा (भीलवाड़ा). क्षेत्र के नारेली पंचायत के तीखी का बाडि़या गांव में रविवार रात ससुराल पक्ष ने महिला का शव घर में दफना दिया। ग्रामीणों को सोमवार को पता लगा तो करेड़ा पुलिस को सूचना दी। पुलिस व प्रशासन ने शव निकलवा पोस्टमार्टम कराया। फिर शव पीहर पक्ष को सौंपा। पीहर पक्ष ने ससुराल पक्ष पर विवाहिता की हत्या कर शव दफ नाने का आरोप लगाते रिपोर्ट दी। ससुराल पक्ष ने सफाई दी कि ग्रामीणों ने विवाहिता का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया क्योंकि उसने प्रेम विवाह किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
थानाधिकारी मोरपाल गुर्जर के अनुसार, रणजीतसिंह रावत की पत्नी संतोक देवी (२५) का शव ससुराल में दफनाने की सूचना पर पुलिस पहुंची। काफी ग्रामीण घर के बाहर जमा थे। करेड़ा एसडीएम उम्मेदसिंह राजावत व आसींद डीएसपी रोहित मीणा भी पहुंचे। मृतका के राजसमंद के बरार पंचायत के ओटा गांव से पीहर पक्ष को बुलाया। उनकी मौजूदगी में कमरे में दफनाया शव निकाला। मौके पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया। मृतका के चाचा करमालाल सालवी को शव सौंपा गया। घटना के समय मृतका का पति वहां नहीं मिला। ससुर-सास वहीं थे। गांव में संतोक का शाम को ग्रामीणों के सहयोग से अंतिम संस्कार कर दिया गया।
ससुर बोले-बीमारी से मौत
मृतका के ससुर चुनसिंह रावत ने बताया कि पांच साल पूर्व उसके पुत्र रणजीत ने संतोक से प्रेम विवाह किया। विजातीय विवाह करने से ग्रामीणों और समाज ने बहिष्कृत कर दिया। मृतका के तीन साल का पुत्र है। दूसरी बार गर्भवती हुई और एक माह पूर्व ऑपरेशन हो गया। उसके बाद संतोक को पीलिया हो गया। उसकी हालत बिगड़ती गई। बीमारी से रविवार को मृत्यु हो गई। मृतका का पति व अन्य परिजन सरकारी विद्यालय के बाहर गड्ढ़ा खोदकर दफनाना चाह रहे थे। ग्रामीणों ने मना कर दिया। परिजनों ने घर के बरामदे में शव गाडऩे की कोशिश की तो ग्रामीणों ने एतराज जताया। इसके चलते रात में कमरे में दफना दिया।
ग्रामीण बोले-मोक्षधाम में अंतिम संस्कार को कहा
ग्रामीणों का कहना था कि रणजीत और उसके परिवार के लोग स्कूल के पास संतोक को दफनाना चाह रहे थे। इसलिए रोका। मोक्षधाम में अंतिम संस्कार करने को कहा था। उन्होंने घर के बरामदे में गड्ढ़ा खोदा तो मना किया था। रात में गुपचुप रूप से कमरे में दफना दिया।
भगा ले गया, जेल भी गया, फिर भी किया विवाह
पुलिस के अनुसार ५ साल पूर्व रणजीत बरार में बिजली ठेकेदार के अधीन श्रमिक था। वहां संतोक से पहचान हुई, जो विवाहित थी। रणजीत संतोक को ससुराल से भगा ले गया। संतोक के परिजनों ने राजसमंद में अपहरण का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने रणजीत को गिरफ्तार किया। रणजीत नहीं माना। उसने संतोक को भगा ले गया और विवाह कर लिया।

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