बता दे कि मंगलवार को वन विभाग की टीम नमाना पहुंची। नमाना बस स्टैंड के समीप एक कुएं से मगरमच्छ को निकालने का प्रयास किया। वन विभाग की टीम ने जाल बिछाया। जब मगरमच्छ जाल में नहीं फंसा तो ग्रामीण जाल को मौके पर छोड़कर चले गए। बाद में वन विभाग की टीम ने कोई ध्यान नहीं दिया।
बता दे कि गुरूवार सुबह मगरमच्छ जाल में फंस गया। जाल में फंसने के बाद मगरमच्छ छटपटाने लगा। मगरमच्छ जाल से वापस निकलने का प्रयास करने लगा। लेकिन जाल में पूरी तरह उलझ जाने के कारण बाहर नहीं निकल सका। इस दौरान मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। बाद में ग्रामीण जाल में फंसे मगरमच्छ को उठाकर बस स्टैंड की तरफ ले जाने लगे। इस दौरान मगरमच्छ ने जाल में से ग्रामीण गिरीराज शर्मा पर हमला कर दिया। मगरमच्छ ने ग्रामीण गिरीराज का हाथ मुंह में ले रहा था, तभी ग्रामीणों ने मगरमच्छ के हमले से गिरीराज को बचाने का प्रयास किया। फिर भी हमले में गिरीराज शर्मा का हाथ चोटिल हो गया।
बाद में घायलावस्था में गिरीराज शर्मा को नमाना अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल को बूंदी रेफर कर दिया। बता दे ..कि इधर, ग्रामीणों ने जाल में फंसे मगरमच्छ को बस स्टैंड पर लाकर रख दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन को मामले की जानकारी दी। इसके बावजूद 6 घंटे तक वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। इस दौरान मगरमच्छ जाल में छटपटाता रहा। ग्रामीण भगवती शर्मा, गिर्राज शर्मा, हेमराज राठौर आदि ने आरोप लगाया कि वन विभाग की टीम को जानकारी देने के बाद भी टीम की तरफ से लापरवाही बरती गई। दो दिन पहले टीम की तरफ से जाल बिछाया गया था। उसके बाद वन विभाग की टीम की तरफ से कोई सुध नहीं ली गई।