scriptपीएम स्वरोजगार के नाम पर करोड़ों का झांसा, आरोपी ऐसी खेलते थे फर्जीवाड़े का खेल | Crore Rupees Fraud on Pradhan Mantri Swarojgar Yojana | Patrika News
जयपुर

पीएम स्वरोजगार के नाम पर करोड़ों का झांसा, आरोपी ऐसी खेलते थे फर्जीवाड़े का खेल

पुलिस ने प्रधानमंत्री स्वरोजगार ( Pradhan Mantri Swarojgar Yojana ) के नाम पर लोन दिलाने का झांसा दे लाखों रुपए ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। डीसीपी कावेन्द्र सिंह सागर ने बताया कि आरोपी लोन लेने वाले ग्राहक से 1000 रुपए फार्म भरवाने के नाम पर लेते थे और स्वीकृत होने वाली लोन राशि का 10 प्रतिशत भी मांगते…

जयपुरFeb 04, 2020 / 08:10 am

dinesh

fraud01.jpg
जयपुर। पुलिस ने प्रधानमंत्री स्वरोजगार ( Pradhan Mantri Swarojgar Yojana ) के नाम पर लोन दिलाने का झांसा दे लाखों रुपए ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। डीसीपी कावेन्द्र सिंह सागर ने बताया कि आरोपी लोन लेने वाले ग्राहक से 1000 रुपए फार्म भरवाने के नाम पर लेते थे और स्वीकृत होने वाली लोन राशि का 10 प्रतिशत भी मांगते। बाद में पीडि़त लोगों को फर्जी चेक थमाकर फरार हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि पड़ताल में सामने आया है कि आरोपी उत्तर प्रदेश में 2 करोड़ रुपए, मध्यप्रदेश में एक करोड़ और राजस्थान में लाखों रुपए के फर्जी चेक बांट चुके हैं।
इस संबंध में झोटवाड़ा के तारा नगर निवासी देवेन्द्र शर्मा ने करधनी थाने में मामला भी दर्ज कराया था। अनुसंधान के बाद सोमवार को आरोपियों को पकड़ा गया। तीन तरह का लोन देने का झांसा देते: आरोपियों ने परफेक्ट माइक्रो मनी यार्ड एंटरप्राइजेज व सेडा नाम से आगरा में कंपनी खोल रखी है। वे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लघु उद्योग के लिए लोन दिलाने का टेंडर होने का झांसा देते हैं। वे शिशु लोन में 50 हजार, किशोर लोन में 50 हजार से 5 लाख रुपए तक और तरुण लोन के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपए तक लोन का झांसा देते।
इनको किया गिरफ्तार
पुलिस ने तस्दीक के बाद आगरा के बसई जगनेर निवासी शशिकांत शर्मा, मूलत: मध्यप्रदेश हाल बैनाड़ रोड स्थित रमेश विहार निवासी प्रदीप सिंह व उसके भाई रणजीत सिंह को गिरफ्तार किया। आरोपियों से लाखों रुपए भरे हुए बड़ी संख्या में चेक बरामद किए हैं।
पीडि़त से जमा कराते दस्तावेज
पीडि़त देवेन्द्र ने रिपोर्ट में बताया कि लोन का झांसा दे ग्राहक का आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी, दो फोटो पासपोर्ट साइज, मोबाइल नंबर, मेल आइडी लेते हैं। एक ग्राहक से 1000 रुपए फार्म के वसूलते हैं। लोन स्वीकृत होने के बाद लोन राशि का 10 प्रतिशत देना मांगते। सारी प्रक्रिया पूरी करने के 120 दिन बाद लोन स्वीकृत होता है। आरोपियों ने करीब 400 फार्म भरवा लिए। स्वीकृत पत्र दिखाकर फर्जी चेक भरकर दे दिए।

Home / Jaipur / पीएम स्वरोजगार के नाम पर करोड़ों का झांसा, आरोपी ऐसी खेलते थे फर्जीवाड़े का खेल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो