पुलिस (
jaipur police ) ने बताया कि मुक्तानंद नगर विस्तार निवासी राजन रणवीर थापा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीड़ित को बस से भीलवाड़ा जाना था। इसलिए उसने जस्ट डायल पर कॉल करके ट्रेवल एजेंट का नंबर मांगा। थोड़ी देर बाद में उसके पास एक फोन आया। व्यक्ति ने पीड़ित को कहा आप बस की इंक्वायरी कर रहे हैं। फिर उसने पीड़ित को एक लिंक भेजा और कहा कि इसमें सारी जानकारी भरकर 50 रुपए देकर टिकट बुक किया बाकी रुपए बाद में दे देना।
पीड़ित ने उसमें सारी डिटेल भर दी। इसके बाद व्यक्ति ने ओटीपी भेजा। पीड़ित ने ओटीपी नंबर बता दिए। इसके बाद तीन बार में खाते से 99 हजार रुपए निकल गए। पीड़ित ने तुरंत बैंक में जाकर कार्ड ब्लॉक करवाया।
ई-कॉमर्स वेबसाइट पर साइकिल बेचने का विज्ञापन पड़ा भारी वहीं मुहाना थाना इलाके में रहने वाले रजनीश कुमार दीक्षित ने ई-कॉमर्स वेबसाइट पर 5 जुलाई की रात को साइकिल बेचने को विज्ञापन दिया। अगले दिन सुबह कानपुर से किसी व्यक्ति का फोन आया उसने साइकिल खरीदने की इच्छा जताई। डील 3200 रुपए में तय हुई। व्यक्ति ने कहा उसके भाई के लिए साइकिल खरीदनी है। वह जयपुर में ही मजदूरी करता है।
व्यक्ति ने पीड़ित से पेटीएम नंबर मांगा और भीम यूपीआई के जरिए उसमें तीन हजार रुपए डाल दिए। इस पर पीड़ित ने उसे कहा कि 200 रुपए बाकी हैं, तो व्यक्ति ने दुबारा दो हजार रुपए और डाल दिए और कहा कि आप इस अमाउंट को स्वीकार करो। पीड़ित ने व्यक्ति से कहा कि इस पर पे का ऑप्शन आ रहा है। बातों में लगाकर उसने पे ऑप्शन पर क्लिक करवा लिया और युवक के खाते से 5000 रुपए निकल गए।