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जयपुर

200 फीट चौड़े रोड पर 2.5 मीटर का साइकिल कॉरिडोर

साइकिल को बढ़ावा देने के तमाम दावों के बीच एक बार फिर जयपुर विकास प्राधिकरण राहगीरों व साइकिल सवार लोगों के लिए चिंतित हुआ है।

जयपुरJan 07, 2018 / 11:07 pm

Bhavnesh Gupta

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cycle cooridor

जेडीए ने इस बार जगतपुरा, महल रोड पर साइकिल कॉरिडोर बनाने की तैयारी कर ली है। कॉरिडोर 200 फीट चौड़ी सड़क पर 4 किलोमीटर लम्बा होगा। शुरुआत में जगतपुरा फ्लाईओवर से एनआरआई सर्किल तक बनेगा, जिसकी दूरी दो किलोमीटर है। इसी तरह की वापसी की दूरी भी दो किलोमीटर होगी। जेडीसी वैभव गालरिया ने प्रोजेक्ट शाखा के इस प्रस्ताव पर सहमति दे दी है। इसके तकनीकी स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ऐसा हुआ तो शहर का पहला प्रोजेक्ट होगा, जिसमें साइकिल सवार के लिए अलग से कॉरिडोर बनेगा, जिससे उन्हें भी सड़क से गुजरने पर सुरक्षा मिल सके। देश के कई शहरों में ऐसा हो रहा है। हालांकि, राजधानी में कई वर्षों से इस पर रस्साकशी चलती रही है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत भी जेएलएन मार्ग पर साइकिल स्टैंड बनाए गए जो धूल खा रहे हैं।
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सड़क से 8 इंच उपर होगा, 2.5 मीटर चौड़ाई
—कॉरिडोर इस तरह से बनेगा जिसमें साइकिल सवार व राहगीर को सुरक्षा प्रदान करने के पूरे इंतजाम होंगे।
—कॉरिडोर सड़क से 8 इंच उपर होगा। इसे सीमेंट—कंक्रीट से बनाया जाएगा।
—कॉरिडोर की चौड़ाई 2.5 मीटर रहेगी। जिससे साइकिल सवार के साथ राहगीर भी चल सके।
—मुख्य सड़क के पास ड्रेनेज सिस्टम और उसके आगे कॉरिडोर का निर्माण होगा।
सर्विस रोड 1.5 मीटर छोटी करेंगे…
शहरी क्षेत्र में सबसे चौड़ी सड़क है। विशेषज्ञों की राय के आधार पर यहां सर्विस रोड की चौड़ाई घटाकर 5.5 मीटर की जाएगी। अभी 7 मीटर चौड़ाई प्रस्तावित है। तर्क दिया है कि सर्विस रोड का पार्किंग में उपयोग रोकने के लिए ऐसा किया जा रहा है। वाहन साढ़े पांच मीटर चौड़ाई से गुजरकर आसानी से मुख्य सड़क पर पहुंच सकता है। फुटपाथ 2.5 मीटर चौड़ा होगा।
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जरूरत यहां भी : आखिर गोपालपुरा बायपास क्यों नहीं
—9.1 किलोमीटर लम्बाई है गोपालपुरा बायपास की (टोंक रोड से अजमेर रोड तक)
—5 किलोमीटर लम्बाई में घनी आबादी क्षेत्र है
—160 फीट चौड़ा है बायपास हिस्सा
—2 से 2.5 मीटर चौड़ा साइकिल कॉरिडोर बनाया जा सकता है
—3 दर्जन से ज्यादा इंस्टीट्यूट संचालित हो रहे
—5 हजार से ज्यादा बच्चे एक समय रहते हैं मौजूद
—3 लाख से ज्यादा आबादी है आस—पास क्षेत्र में
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बीआरटीस कॉरिडोर : उंचा होगा कॉरिडोर
सीकर रोड पर बीआरटीएस कॉरिडोर में बने साइकिल ट्रेक को मौजूदा सड़क से उंचा किया जाएगा। प्रोजेक्ट शाखा ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। कारण, साइकिल सवार इसका आसानी से उपयोग कर सकें। अभी केवल साइकिल ट्रेक नाम देकर औपचारिकता निभा ली गई। यहां दो—चौपहिया वाहन व बसें तक गुजर रही हैं।
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स्मार्ट सिटी का दिखावा : यहां अधूरा सफर
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में किराए पर साइकिल चलाने का काम शुरू हुआ। इसके लए 15 से ज्यादा स्थान चिन्हित किए, जहां स्टैंड बनाए जाने हैं। इनमें से जेएलएन मार्ग पर बना दिया गया है, जो अभी बदहाल होता जा रहा है। इसके अलावा सांगानेरी गेट, रामनिवास बाग, अजमेरी गेट, मेडिकल कॉलेज के सामने, नारायण सिंह सर्किल, त्रिमूर्ति सर्किल, बिड़ला मंदिर , जवाहर सर्किल उत्तर व दक्षिणी हिस्सा, गौरव टॉवर, गांधी नगर मोड, रेलवे स्टेशन, सिंधी कैम्प बस स्टेंड, रामलीला मैदान, रूडिसको आॅफिस के पास। लेकिन इसमें अलग से कॉरिडोर की व्यवस्था नहीं होने से साइकिल सवाल सड़क पर सुरक्षित नहीं रहेगा।
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फैक्ट फाइल
—15 प्रतिशत है शहर में ईंधन रहित वाहन (नॉन मोटराइज्ड वाहन) का हिस्सा
—25 प्रतिशत लक्ष्य है नॉन मोटराइज्ड वाहनों की हिस्सेदारी बढ़ाने की
—7 प्रतिशत ही था कुछ वर्ष पहले हुए सर्वे में साइकिल सवारी का
—20 जगह चिन्हित की साइकिल स्टेंड के लिए
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—यह महत्वकांक्षी योजना केवल कागजों तक सीमित नहीं रहेगा, इसलिए तो साइकिल कॉरिडोर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। कॉरिडोर का उपयोग हो, उसकी डिजाइन भी उसी आधार पर की जा रही है। —एन.सी. माथुर, निदेशक (प्रोजेक्ट), जेडीए
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