मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि भारत के पूर्वी हिस्सों में ‘गुलाब’ का असर अब तक दिख रहा है, लेकिन राजस्थान पर ज्यादा असर नहीं दिखा सका। यहां मानसून की सामान्य बारिश होती रही। अब ‘शाहीन’ चक्रवात की बात की जा रही है तो उसका असर भी राजस्थान पर बड़े रूप में नहीं रहेगा। इतना जरूर है कि पूर्वी राजस्थान में कई स्थानों पर बादल छाए रहेंगे और हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। जबकि पश्चिमी राजस्थान में तो किसी प्रकार की चेतावनी नहीं है। वैसे भी अगले तीन दिन का पूर्वानुमान है कि कहीं भी भारी बारिश नहीं होगी।
मौसम विभाग की माने तो अरब सागर के ऊपर चक्रवात शाहीन बन रहा है जिसके चलते अगले दो-तीन दिन तक गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण, मराठवाड़ा, सौराष्ट्र और कच्छ आदि में तेज बारिश की संंभावना बन रही है। उधर, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तमिलनाडु, पुडुचेरी व कराईकल में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
राजस्थान मौसम अपडेट
30 सितंबर को अजमेर, टोंक, करौली, भरतपुर, धोलपुर, दौसा, बांसवाड़ा, बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, टोंक, सिरोही, उदयपुर, अलवर, सीकर और झुंझुनूं में कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी।
1 अक्टूबर को अजमेर, टोंक, बांसवाड़ा, बारां, जयपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, सवाईमाधोपुर, उदयपुर जिले में कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है।