हाठीपुरा आमेर निवासी नजिया बताती है कि उसकी शादी गत 18 अप्रेल को खोनागोरियान में राहिल से हुई थी। मेरे माता-पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दहेज दिया। गृहस्थी का पूरा सामान, सोना-चांदी, फ्रिज, कूलर, आलमारी और मोटरसाइकिल। लेकिन दहेज के लोभी पति ने मेरी कद्र नहीं की। मुझे पत्नी का दर्जा देना तो दूर मुझे लात-घूसों से मारा। यही नहीं मेरी सास ने मेरे दोनों हाथों को कसकर पकड़ लिया और पति ने जलती बीड़ी से मेरे दोनों हाथों को जगह-जगह दाग दिया। गुस्से में पति बोला कार और रुपयों के लिए शादी रचाई थी तुझसे। अगर रुपए नहीं मिले तो तेजाब से जला दूंगा।
इस संबंध में नजिया के पति राहिल से बात की तो उसने कहा कि मैनें किसी से दहेज की मांग नहीं की है और मै अभी शहर से बाहर हूं। उधर महिला थाना (उत्तर) पुलिस ने बताया कि पीडि़ता अपने परिजनों के साथ थाने आई थी। कल उसका पहले मेडिकल कराया जाएगा। पीडि़ता के पति के नंबर पर बात की थी। बुधवार को दोनों पक्षों थाने पर बुलाया है।