यदि राजपूत को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो जाट व ब्राह्मण को उप मुख्यमंत्री और किसी दलित चेहरे को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। यदि सीएम का चेहरा ब्राह्मण होगा तो राजपूत और जाट उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। एक चर्चा यह भी है कि दलित विधायक को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। भाजपा ने पिछले दो दशक से अभी तक डिप्टी सीएम के फार्मूले पर काम नहीं किया है। य दि डिप्टी सीएम बनते हैं तो इस दशक में ये पहली बार ही होगा कि भाजपा किसी को उप मुख्यमंत्री बनाएगी। इससे पहले 1993 में भाजपा ने हरीशंकर भाभड़ा को उप मुख्यमंत्री बनाया था।
विधानसभा में प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने की तैयारी शुरू विधायकाें को शपथ दिलवाने के लिए विधानसभा ने प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। विधानसभा ने दस वरिष्ठ विधायकों की सूची बनाकर राज्यपाल को भेज दी है। अब राज्यपाल को इन दस विधायकों में से एक को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करना है। विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर शर्मा की ओर से राज्यपाल को जो दस नाम भेजे गए हैं, उनमें कालीचरण सराफ, दयाराम परमार,प्रताप सिंह सिघवी, कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, राजेन्द्र पारीक, श्रवण कुमार,मदन दिलावर, पुष्पेन्द्र सिंह राणावत, किरोडी लाल मीना का नाम शामिल है। पिछली बार प्रोटेम स्पीकर गुलाब चंद कटारिया को बनाया गया था और 15 जनवरी, 2019 से विधायकों को शपथ दिलवाना शुरू किया गया था। माना जा रहा है कि इस बार भी विधायकों को पन्द्रह जनवरी के आसपास ही सत्र बुलाकर शपथ दिलवाई जा सकती है।