-सरकार को नए सिरे से करनी होगी पहल शुक्रवार को आरबीआई ने विकास दर के अनुमान को संशोधित कर 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 प्रतिशत कर दिया, जिससे उद्योग जगत की चिंता बढ़ गई। पहले यह अनुमान 6.9 प्रतिशत लगाया गया था। आगामी वित्त वर्ष के लिए जीडीपी अनुमान को भी संशोधित कर 7.2 प्रतिशत किया गया है। उधर, आदी गोदरेज ने फि र दोहराया कि आयकर में कटौती जरूरी है। उन्होंने ये भी कहा कि जीडीपी विकास दर में सुधार लाने के लिए सरकार को कई कदम उठाने होंगे, जिनमें से आयकर दरें कम करना भी शामिल है। दरअसल रिजर्व बैंक की ओर से जीडीपी विकास दर अनुमान घटाने ने यह साफ कर दिया है कि अब तक सरकार की ओर से उठाए गए कदम नाकाफी हैं और सरकार को नए सिरे से पहल करनी होगी।
-रिजर्व बैंक ने साल में चौथी बार रेपो रेट घटाई रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को त्योहारी सीजन में घर और कार खरीदने वालों को तोहफा देते हुए रेपो दर में 25 आधार अंक की कटौती किए जाने का एलान किया। इस कटौती के बाद रेपो रेट 5.40 फीसदी से घटकर 5.15 फीसदी पर आ गया है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में लगातार चौथी बार और कुल पांचवी बार रेपो रेट में कटौती का तोहफा दिया है। आरबीआई ने रेपो रेट में इस साल अब तक 1.35 फीसदी की कटौती कर दी है। रेपो दर में कमी से घर और कार ऋण सस्ते हो जाएंगे।