-अब रणथम्भौर के बफर जोन इंद्रगढ़ के एक किमी दूर से निर्माण होगा।
-इंद्रगढ़ व लाखेरी के बीच भी बफर जोन की सीमा से एक किमी दूरी से निर्माण।
-अब दो टाइगर रिजर्व व एक अभयारण्य (रणथम्भौर-मुकुंदरा व बूंदी का रामगढ़ विषधारी अभयारण्य) का कॉरिडोर नहीं टूटेगा।
-सवाईमाधोपुर की तीन तहसीलों के 32 गांव, कोटा की चार तहसीलों के 66 गांव, अलवर की तीन तहसीलों के 56 गांव, भरतपुर की एक तहसील के 4 गांव, टोंक की एक तहसील के 9 गांव व बूंदी की एक तहसील के 20 गांव हाइवे की सीमा में आएंगे।
6-15 फीट तक होगी ऊं चाई
6.7 फीट की ऊंचाई होगी बिना अंडरपास वाली जगहों पर
328.44 किमी होगी कुल लंबाई एनएचएआई ने टनल निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया है। इससे बाघों व अन्य वन्यजीवों का विचरण प्रभावित नहीं होगा।
– आनंद मोहन, सीसीएफ, मुकुंदरा रिजर्व
– जीवी रेड्डी, पीसीसीएफ, जयपुर