स्वाइन फ्लू से आगे डेंगू
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े देखें तो 1 जनवरी से लेकर अब तक यानि दस माह में स्वाइन फ्लू के तीन हजार मरीज सामने आए, लेकिन बारिश का दौर थमने के बाद सितंबर में डेंगू के मरीज सामने आना शुरू हुआ और महज डेढ़ माह में ही डेंगू के मरीजों की संख्या प्रदेश में तीन हजार से ऊपर पहुंच गई है। हालांकि जो आंकड़ा सामने आया है वह केवल सरकारी अस्पतालों का है। अगर निजी अस्पतालों का आंकड़ा भी शामिल कर लें तो प्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या पांच हजार से ज्यादा हो सकती है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े देखें तो 1 जनवरी से लेकर अब तक यानि दस माह में स्वाइन फ्लू के तीन हजार मरीज सामने आए, लेकिन बारिश का दौर थमने के बाद सितंबर में डेंगू के मरीज सामने आना शुरू हुआ और महज डेढ़ माह में ही डेंगू के मरीजों की संख्या प्रदेश में तीन हजार से ऊपर पहुंच गई है। हालांकि जो आंकड़ा सामने आया है वह केवल सरकारी अस्पतालों का है। अगर निजी अस्पतालों का आंकड़ा भी शामिल कर लें तो प्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या पांच हजार से ज्यादा हो सकती है।
कम मौत इसलिए चिंता की बात नहीं
उधर विभागीय अधिकारी स्वाइन फ्लू-डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर कतई चिंतित नहीं हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी स्वाइन फ्लू के मरीज भी ज्यादा हैं और मौत भी स्वाइन फ्ल से ज्यादा हो रही हैं जो चिंता का विषय है। जबकि डेंगू के मामले भले ही ज्यादा हों, लेकिन मौत का आंकड़ा केवल तीन ही है। ऐसे में ज्यादा चिंता की बात नहीं है। घरों की छतों, खड्ढों में भरा पानी जैसे ही सूखेगा डेंगू का प्रकोप भी कम हो जाएगा।
उधर विभागीय अधिकारी स्वाइन फ्लू-डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर कतई चिंतित नहीं हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी स्वाइन फ्लू के मरीज भी ज्यादा हैं और मौत भी स्वाइन फ्ल से ज्यादा हो रही हैं जो चिंता का विषय है। जबकि डेंगू के मामले भले ही ज्यादा हों, लेकिन मौत का आंकड़ा केवल तीन ही है। ऐसे में ज्यादा चिंता की बात नहीं है। घरों की छतों, खड्ढों में भरा पानी जैसे ही सूखेगा डेंगू का प्रकोप भी कम हो जाएगा।
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में ताबड़तोड़ मरीज
विभाग के आंकलन के अनुसार यह माना जा रहा था कि दीपावली के बाद डेंगू का प्रकोप कम होगा, लेकिन पूरे प्रदेश में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में ताबड़तोड़ मरीज सामने आ रहे हैं। डेंगू का सबसे ज्यादा प्रकोप कोटा में है। अकेले कोटा में ही डेंगू के 1160 मरीज सामने आ चुके हैं और तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पूरे प्रदेश में इस सप्ताह डेंगू के 1000 से भी मामले सामने आए हैं।
विभाग के आंकलन के अनुसार यह माना जा रहा था कि दीपावली के बाद डेंगू का प्रकोप कम होगा, लेकिन पूरे प्रदेश में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में ताबड़तोड़ मरीज सामने आ रहे हैं। डेंगू का सबसे ज्यादा प्रकोप कोटा में है। अकेले कोटा में ही डेंगू के 1160 मरीज सामने आ चुके हैं और तीन लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं पूरे प्रदेश में इस सप्ताह डेंगू के 1000 से भी मामले सामने आए हैं।