डीजीपी को फ्री हैंड : अशोक गहलोत
प्रदेश में बढ़ते अपराध पर अंकुश के प्रयास
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि पुलिस महानिदेशक को फ्री हैंड दे दिया गया है कि किसी की सिफारिश मानने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि डीजीपी से कहा गया है कि केवल उन्हीं जनप्रतिनिधियों की सुनें, जो न्याय के साथ खड़े हों।
राजस्थान विधानसभा में बजट पेश करने के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बजट में हमारी प्राथमिकता में किसान, युवा और महिलाएं हैं। प्रदेश में बढ़ते अपराधों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम ठगी और धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए एसओजी को मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डीजीपी को खुली छूट दी गई है कि बिना किसी की सिफारिश मानें अपना काम मुस्तैदी से करे। उन्होंने कहा कि किसी भी दल की जनप्रतिनिधि यदि न्याय के साथ है और किसी पीडि़त को न्याय दिलाने की कोशिश में लगा है तो उनके सुझाव जरूर सुने जाने चाहिए।
ट्रस्टी समझें अधिकारी
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के जनघोषणा पर अमल के ईमानदार से प्रयास किए जा रहे हैं। अधिकारियों से भी इस पर अमल के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि ट्रस्टी मानकर काम कर रहे हैं तो अधिकारियों को भी खुद को ट्रस्टी मानकर जनता की सेवा करनी होगी।
जनता की भावना
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में मुझे मुख्यमंत्री बनाने की आवाज उठी। लोगों की भावना को राहुल गांधी ने समझा और मुझे प्रदेश के मुख्यमंत्री का दायित्य सौंपा। उन्होंने कहा कि मैं जन भावना की कसौटी पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा।
मोदी पर निशाना
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रदेश में हमारा प्रदर्शन ठीक नहीं रहा। कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि सेना और धर्म की आड़ में अलोकतांत्रिक तरीके से लड़े गए चुनाव में कांग्रेस भले ही हार गई हो, लेकिन हम सत्य का साथ नहीं छोड़ेंगे।
तोडफ़ोड़ की राजनीति
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में तोडफ़ोड़ की राजनीति चल रही है। उन्होंने कहा कि कई बार तोडफ़ोड़ की राजनीतिक साजिशें कामयाब हो जाती है, लेकिन फिर शासन चलाने के लिए भी ऐसे लोगों को साजिशों का सहारा लेना पड़ता है।
रिफाइनरी क्यों रोकी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासन में रिफाइरी को पांच साल तक क्यों रोके रखा गया। यदि काम पूरा हो जाता तो आज प्रदेश कहां से कहां पहुंच जाता?
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