अमृतकलशहस्ताय सर्वभयविनाशाय सर्वरोगनिवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूपाय
श्रीधन्वंतरीस्वरूपाय श्रीश्रीश्री औषधचक्राय नारायणाय नमः॥
ॐ नमो भगवते धन्वन्तरये अमृतकलशहस्ताय सर्व आमय
विनाशनाय त्रिलोकनाथाय श्रीमहाविष्णुवे नम: ||
दीपोत्सव के पहले दिन धनतेरस मनाई जाती है जोकि भगवान धन्वंतरि को समर्पित है. देवताओं के वैद्य अश्विनी कुमार के अवतार माने जाते धन्वंतरि समुद्र से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। उन्हें आयुर्वेद का परिचायक भी बताया जाता है।
जयपुर•Nov 12, 2020 / 06:54 pm•
deepak deewan
Dhanteras Ka Mahatva Importance Of Lord Dhanvantari Worship