केंद्र में ओबीसी वर्ग में आरक्षण सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के धौलपुर और भरतपुर क्षेत्रों के जाट समाज का आंदोलन आज से फिर शुरू हो गया हैl राज्य सरकार से कल वार्ता विफल होने के बाद जाट समाज के लोग आज से भरतपुर के खेडली मोड पर महापडाव डाल रहे हैंl भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण समिति के बैनर तले हो रहा महापडाव बेमियादी बताया गया हैl
समिति से जुड़े नेताओं ने हालांकि आंदोलन का शुरूआती चरण शांतिपूर्ण होने के संकेत दिए हैं, लेकिन साथ ही सरकार को चेताते हुए ये भी कहा है कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं तो आने वाले दिनों में सड़क और रेलमार्ग भी जाम किया जाएगाl
प्रमुख मांग पर नहीं बनी सहमति
जाट समाज के आंदोलन की चेतावनी के मद्देनज़र सरकार ने कल समाज के प्रतिनिधियों को जयपुर में वार्ता के लिए बुलाया थाl लेकिन एक प्रमुख मांग पर गतिरोध बने रहने के कारण वार्ता विफल हो गईl भरतपुर-धौलपुर के जाट समाज को ओबीसी वर्ग में शामिल करने को लेकर राज्य सरकार की ओर से केंद्र को अनुशंसा पत्र लिखने की प्रमुख मांग पर दोनों पक्षों के बीच रजामंदी नहीं बन सकीl
जाट समाज के आंदोलन की चेतावनी के मद्देनज़र सरकार ने कल समाज के प्रतिनिधियों को जयपुर में वार्ता के लिए बुलाया थाl लेकिन एक प्रमुख मांग पर गतिरोध बने रहने के कारण वार्ता विफल हो गईl भरतपुर-धौलपुर के जाट समाज को ओबीसी वर्ग में शामिल करने को लेकर राज्य सरकार की ओर से केंद्र को अनुशंसा पत्र लिखने की प्रमुख मांग पर दोनों पक्षों के बीच रजामंदी नहीं बन सकीl
दो मांगों पर सहमति!
इनके अलावा पूर्व में आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लिए जाने और वर्ष 2013 से 2017 तक की नौकरियों के आरक्षण के तहत समाज के युवाओं को नौकरी देने की मांग को मानने के लिए सरकार ने सकारात्मक रुख दिखाया थाl
इनके अलावा पूर्व में आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लिए जाने और वर्ष 2013 से 2017 तक की नौकरियों के आरक्षण के तहत समाज के युवाओं को नौकरी देने की मांग को मानने के लिए सरकार ने सकारात्मक रुख दिखाया थाl
‘मजबूर होकर कर रहे आंदोलन’
भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक व जाट नेता नेम सिंह फ़ौजदार ने बताया कि सरकार ने जाट समाज के धैर्य की परिक्षा कई बार ली है, लेकिन अब उन्हें एक बार फिर आंदोलन करने को मजबूर किया गया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार जाट समाज को हल्के में ना ले।
भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक व जाट नेता नेम सिंह फ़ौजदार ने बताया कि सरकार ने जाट समाज के धैर्य की परिक्षा कई बार ली है, लेकिन अब उन्हें एक बार फिर आंदोलन करने को मजबूर किया गया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार जाट समाज को हल्के में ना ले।