आरएएस अफसरों का कहना है प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा में सबसे अधिक अंक लाने के बाद भी उन्हें 29 साल की सेवा पूरी करने के बाद आईएएस बनने का मौका मिल रहा है, जबकि उनसे कम अंक पाने वालों को 17 साल में ही आईएएस बनाने का मौका दिया जा रहा है। इसी के साथ के नियमों का हवाला देते हुए कहा कि बेहद जरूरी होने और स्टेट सिविल सेवा में से उपयुक्त अधिकारी नहीं मिलने पर ही अन्य सेवाओं से आइएएस अफसर बनाए जा सकते हैं।
इनका कहना है
अन्य प्रशासनिक सेवाओं के प्रदेश में करीबन 55 हजार अधिकारी हैं। जिसमें से साल में एक या दो अफसर आइएएस में जाते हैं। इसका फायदा पूरे प्रदेश को मिलता है। इस संबंध में प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से भी मिल चुका है।
— भजनलाल रोलण,
अध्यक्ष, राजस्थान राज्य अन्य प्रशासनिक सेवा परिसंघ
सरकार विशेष परिस्थितियों में ही अन्य सेवाओं से अफसरों को आइएएस सेवाओं में ले सकती है। पहले सरकार यह बताए कि विशेष परिस्थतियां क्या हैं? करीबन 27 साल की सेवाओं के बाद आरएएस अफसर आइएएस बनता है और अन्य सेवाओं से 17 साल बाद ही इसके लिए योग्य हो जाता है। यह कैसे व्यवहारिक है?