Doctors strike: प्रदेशभर के अस्पतालों में टले सैकडों ऑपरेशन, इलाज के लिए परेशान होते रहे मरीज
जयपुर. प्रदेश भर के सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में सोमवार को डॉक्टरों की हड़ताल का व्यापक असर रहा। सरकारी अस्पतालों में आउटडोर के साथ ही ऑपरेशन सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुईं। प्रदेश भर के छोटे बड़े सरकारी अस्पतालों में रूटीन के करीब 1 हजार से अधिक ऑपरेशन टाल दिए गए। अब इन ऑपरेशनों के लिए मरीजों को 3 से 7 दिन का इंतजार करना पड़ेगा।
निजी अस्पतालों में भी मरीजों को उपचार नहीं मिल सका। हड़ताल की जानकारी मरीजों को नहीं होने के कारण अस्पतालों में मरीज पहुंचे, लेकिन उपचार नहीं मिलने के कारण निराश लौट गए। इस दौरान अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं चालू रहीं। कई मरीज तो ऐसे थे, जो गांवों से परिवहन का हजारों रुपए खर्च कर पहुंचे, लेकिन डॉक्टर को नहीं दिखा पाए।
सैंकड़ों ऑपरेशन प्रभावित हुए जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल सहित सभी बड़े अस्पतालों में 300 ऑपरेशन प्रभावित हुए। एसएमएस अस्पताल में नियमित तौर पर जहां करीब 284 ऑपरेशन होते हैं। वहीं सोमवार को 116 ऑपरेशन ही हुए। सीकर, चूरू, झुंझूनू में 600 से अधिक ऑपरेशन टाले जाने की सूचना है। वहीं प्रदेश भर में अन्य जिलों से भी उपचार व ऑपरेशन प्रभावित होने की सूचना है।
राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में हड़ताल गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पताल में रेजीडेंट डॉटर के साथ हुई मारपीट के विरोध आज एसएमएस मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के रेजीडेंट हड़ताल पर हैं। इसके साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर राजधानी जयपुर समेत अन्य जिलों में भी निजी और सरकारी चिकित्सक सोमवार सुबह 6 बजे से 24 घंटे तक हड़ताल पर हैं। कांवडिया अस्पताल सहित कई जगहों पर ओपीडी पर ताला लगा देख मरीज मायूस हो गए। यही नहीं कई लोग ऑपरेशन करवाए दूर दराज गांवों से आए, लेकिन हड़ताल होने की वजह से उनका इलाज नहीं हो सका। ऐसे में उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।