गहलोत-पायलट तीनों राज्यों में होंगे स्टार प्रचारक
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में स्टार प्रचारक के तौर पर पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे।
पीसीसी चीफ डोटासरा पंजाब-उत्तर प्रदेश में करेंगे प्रचार
बताया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट बाहुल्य विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। चर्चा है कि डोटासरा का नाम भी पंजाब और उत्तर प्रदेश के लिए जारी होने वाली स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया जा रहा है।
तीनों राज्यों में राजस्थान कांग्रेस के इन नेताओं की डिमांड
तीनों राज्यों में राजस्थान कांग्रेस के जिन नेताओं की डिमांड है उनमें पूर्व मंत्री और गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, प्रताप सिंह खाचरियावास, भंवर जितेंद्र सिंह, रघुवीर मीणा, पूर्व सांसद दुरु मियां, वैभव गहलोत, रामलाल जाट, अशोक चांदना, महेश जोशी और मोहन प्रकाश जैसे नेताओं की डिमांड है।
पंजाब में राजस्थान कांग्रेस के 9 नेताओं को लगाया जिलों का पर्यवेक्षक
गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी की डिमांड पर एआईसीसी ने गुरुवार को ही राजस्थान कांग्रेस के 9 नेताओं को जिलों का पर्यवेक्षक लगाया है जिनमें से पांच गहलोत सरकार में मंत्री हैं।
पंजाब- उत्तराखंड, यूपी की चुनावी कमान राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के हाथों में
पंजाब और उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की कमान भी कांग्रेस नेताओं के हाथों में है। गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हरीश चौधरी पंजाब के प्रभारी हैं। उत्तराखंड में गंगानगर के जिला प्रमुख और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव कुलदीप इंदौरा सह प्रभारी हैं।
इसके अलावा मोहन प्रकाश पर्यवेक्षक की भूमिका में हैं तो वहीं उत्तराखंड के प्रभारी देवेंद्र यादव लंबे समय तक राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं। वहीं उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की कमान भी राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के हाथों में है।
अलवर के पूर्व सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन हैं। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान और धीरज गुर्जर सह प्रभारी की भूमिका में हैं। इस लिहाज से इन तीनों राज्यों की कमान राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के हाथों में हैं।