‘आमिर’ में राजीव के काम से प्रभावित
अपने को-स्टार राजीव खंडेलवाल के टैलेंट से मंजरी बहुत प्रभावित हैं। मंजरी का कहना है, ‘राजीव डाउन टू अर्थ पर्सन हैं। वह बहुत टैलेंटेड हैं। मैंने उनको फिल्म ‘आमिर’ में देखा था। उसमें उनकी परफॉर्मेंस बहुत ही जबरदस्त थी। मैं राजीव के साथ एक्टिंग करने को लेकर एक्साइटेड थी। वह वंडरफुल पर्सन हैं। बहुत ही फनी हैं। हमारी ट्यूनिंग अच्छी रही। दर्शकों ने राजीव को ज्यादातर इंटेंस रोल में देखा होगा, लेकिन इसमें वह बहुत लाइट-हार्टेड कैरेक्टर कर रहे हैं।
हर जॉनर पसंद
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर मंजरी थ्रिलर जॉनर की फिल्म ‘बरोट हाउस’ और वेब सीरीज ‘मासूम’ में नजर आई हैं। उनका कहना है कि थ्रिलर को देखने और उसमें काम करने में मुझे बड़ा मजा आता है। हालांकि ‘बरोट हाउस’ डिफरेंट टाइप का थ्रिलर थी। ‘मासूम’ साइकोलॉजिकल थ्रिलर थी जबकि ‘मियां बीवी और मर्डर’ एक कॉमेडी थ्रिलर है। इसमें एंटरटेनमेंट के बहुत सारे एलीमेंट हैं। यह मास ऑडियंस के लिए है। यह देखकर उन्हें मजा आएगा। मंजरी आगे कहती हैं, बतौर एक्टर मैंने यह डिसाइड नहीं किया है कि ये करूंगी, वो नहीं करूंगी। जो स्क्रिप्ट व रोल मेरे पास आते हैं और मुझे एक्साइट करते हैं। यानी मुझे लगता है कि मुझे इसका पार्ट बनना है तो मैं उसे चुनती हूं। मेरे माइंड में यह नहीं होता कि मुझे थ्रिलर ही करनी है। मुझे कॉमेडी ही करनी है। मुझे रोमांस ही करना है। बतौर एक्टर में हर प्रकार के जॉनर पसंद करती हूं।
एक जैसे रोल से बोर हो गई थी…
फिल्म और वेब सीरीज के अलावा मंजरी ने थिएटर भी किया है। थिएटर को लेकर मंजरी का कहना है, मैंने 2017 से 2018 में थिएटर को एक्सप्लोर किया था। इससे पहले बचपन में किया था। हालांकि उसके बाद नहीं कर पाई थी। दरअसल, मुझे कॅरियर में एक जैसे रोल ऑफर हो रहे थे, उनसे मैं बोर हो गई थी। मैं परफॉर्मेंस ओरिएंटेड रोल चाहती थी, जिसमें गहराई हो। इसलिए मैंने सोचा, थोड़ा ब्रेक लेती हूं। इसी दौरान प्ले ‘डबल डील रीलोडेड’ किया। इसमें डिफरेंट कैरेक्टर था। लाइव ऑडियंस के सामने परफॉर्म करना अमेजिंग एक्सपीरियंस था। लाइव ऑडियंस से इंटरेक्शन करने में मजा आया। अगर अच्छा अवसर मिला तो आगे भी करूंगी। मैं एक्टर के तौर पर सिर्फ एक चीज तक सीमित नहीं रहना चाहती।
ओटीटी पर ‘आउट ऑफ द बॉक्स’ कॉन्सेप्ट भी
मंजरी ओटीटी प्लेटफॉर्म को ‘ब्लेसिंग’ की तरह मानती हैं। बकौल मंजरी, ओटीटी कम्प्लीट ब्लेसिंग है। सिर्फ एक्टर के लिए नहीं, पूरी इंडस्ट्री के लिए है। पहले तीन ऑप्शन थे टीवी, फिल्म और थिएटर। फिल्मों में कोई फॉर्मूला हिट हो गया तो उसी पर फिल्में बनने लग जाती हैं। रेयरली ही कुछ हटकर फिल्म बनती हैं, क्येांकि डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स डिफरेंट कॉन्सेप्ट को आजमाने में घबराते हैं। पता नहीं होता कि दर्शक आएंगे या नहीं। ओटीटी पर ‘आउट ऑफ द बॉक्स’ कॉन्सेप्ट पर भी काम होता है। ऑडियंस भी चेंज हो गई है। वह कुछ हटकर चाहती है। ओटीटी पर उन्हें वर्ल्ड सिनेमा का एक्सपोजर मिल रहा है। बता दें कि वेब सीरीज ‘मिया बीवी और मर्डर’ की ओटीटी पर एक जुलाई से स्ट्रीमिंग होगी।