– 120 लाख मीट्रिक टन हुई गेहूं की पैदावार (सर्वाधिक हाड़ौती इलाके में, जिसमें बारां व कोटा अव्वल)
– 9 लाख मीट्रिक टन (सर्वाधिक) उत्पादन हुआ बारां में, हालांकि सरकारी खरीद मात्र 87 हजार 250 मीट्रिक टन हुई, बाकी उपज किसानों ने मंडियों में बेची
– 01 रैक रेलवे की तेलंगाना भेजी गई, इसके अलावा अडानी समूह, आइटीसी समेत कई बड़ी कंपनियों ने गेहूं की खरीद की
– 4875 रुपए प्रति क्विंटल है न्यूनतम समर्थन मूल्य इसलिए किसान इसमें नहीं ले रहे रुचि जबकि बाजार भाव 4100 से 4300 रुपए
– 25 फीसदी फसल समर्थन मूल्य पर खरीद का लक्ष्य, जिसमें से 8 प्रतिशत ही हुई खरीद
– 13.68 करोड़ की सरसों बेची है सीकर जिले में किसानों ने
– 24 लाख 63 हजार 29 हैक्टेयर भूमि पर 26.85 लाख मीट्रिक टन चने का उत्पादन हुआ
– 5.21 लाख मीट्रिक टन ज्यादा है यह गत वर्ष के मुकाबले
– 1 लाख 36 हजार 242 किसानों से चना खरीदा गया समर्थन मूल्य पर, हालांकि खरीद 22.91 प्रतिशत ही रही
(भीलवाड़ा, अजमेर, बीकानेर, चूरू, जयपुर, झालावाड़ समेत कई जिलों में उपज भी खूब हुई है। जोधपुर जिले में सरसों, चने सहित जीरा, प्याज की भी अच्छी पैदावार हुई है)
3 लाख 73 हजार किसानों से खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कुल उत्पादन की 25 फीसदी खरीद जारी है। अब तक 3 लाख 73 हजार 147 किसानों से 4491 करोड़ रुपए की खरीद हो चुकी है। गत वर्ष 3 लाख 47 हजार 317 किसानों से 3248 करोड़ रुपए की कुल खरीद हुई थी।