हाथी गांव में अभी हैं 103 हाथी
देश के पहले हाथी गांव में अभी 103 हाथी हैं। गन्ने से लेकर सूखी ज्वार और पांच किलो आटे की रोटी बनाकर हाथियों को खिलाई जाती है। गर्मियों में च्यवनप्राश भी दिया जाता है। लॉकडाउन की वजह से हाथी गांव में भी कोई नहीं आ पा रहा है।
अभी सब कुछ सामान्य होने की संभावना नहीं लॉकडाउन के बाद से आर्थिक स्थिति बुरी तरह प्रभावित हुई है। हाथी कल्याण संस्था की ओर से कुछ मदद की जा रही है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। आगे भी अभी सब कुछ सामान्य होने की कोई संभावना नहीं है। ऐसे में सरकार से मांग है कि हाथियों को बचाने के लिए कुछ सहयोग करें।
-बल्लू खान, अध्यक्ष, हाथी गांव विकास समिति