बैठक में निदेशक तकनीकी, निदेशक वित्त, अतिरिक्त पुलिस, अधीक्षक सतर्कता, संभागीय मुख्य अभियन्ता सहित निगम क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले 12 जिलों के अधीक्षण अभियन्ता उपस्थित रहे। बैठक में आईपीडीएस, डीडीयूजीजेवाई योजना, सौभाग्य योजना, रेवेन्यू मेनेजमेन्ट सिस्टम, पीएचईडी के कनेक्शन जारी करने, कुसुम योजना, कृृषि फीडर्स पर एएमआर मीटर लगाने, कनेक्शन व अन्य कार्यों के लिए मैटेरियल की सुचारु आपूर्ती, कन्ज्यूमर इण्डेक्सिंग, सिंगल फेस व थ्री फेस डिफेक्टिव मीटर को बदलने, पुरानी बकाया राशि की वसूली सहित डिस्ट्रीब्यूस लाॅस आदि की सर्किल वाईज समीक्षा भी की गई।
बैठक में दिए यह निर्देश बैठक में वित्तीय स्थिति की समीक्षा करते हुए एमडी ने उदय योजना के तहत निगम के एटीएण्डसीलाॅस को 15 प्रतिशत तक लाने के साथ ही एसीएस एवं एआरआर के अन्तर को कम करते हुए शून्य पर लाने के निर्देश दिए। बकाया राशि की वसूली व शत-प्रतिशत राजस्व वसूली का लक्ष्य रख कर प्रयास किए जाने, सब-डिवीजन के अनुसार प्रति यूनिट आपूर्ति का खर्चा और राजस्व की प्राप्ति की सूचना संबंधी सिस्टम डवलप करने, लक्षित सभी लम्बित कृृषि कनेक्शन जून माह तक जारी करने के निर्देश दिए गए।
दिन में बिजली देने के प्रस्ताव मांगे किसानों को दिन में ही दो ब्लाॅक में बिजली आपूर्ति दिए जाने हेतु सिस्टम को सुदृृढ करने के प्रस्ताव शीघ्र भिजवाने के निर्देश भी दिए गए। औद्योगिक फीडरों पर 2 प्रतिशत से अधिक लाॅस नहीं होने और ट्रिपिंग रोकने के साथ ही अधिकतम आठ दिन में कनेक्शन जारी करने के निर्देश भी दिए गए।