जयपुर

करोड़ों के हाथी दांत देखकर फटी रह गईं पुलिस की आंखें, बड़े तस्करी नेटवर्क का ऐसे हुआ भंडाफोड़

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जयपुरOct 24, 2018 / 10:50 am

Nakul Devarshi

जयपुर।
राजस्थान में हाथी दांत की तस्करी का नेटवर्क दिनों-दिन फल फूल रहा है। पुलिस इनपर नकेल भी कास रही है, लेकिन इस नेटवर्क को पूरी तरह से नेस्तेनाबूद करने में अब भी पुलिस नाकाम है। हाथ दांत की तस्करी के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई ऊंट के मुंह में जीरे के सामान दिखाई पड़ती है।
 

बहरहाल इस बीच कमिश्नरेट की सीआईयू टीम, क्राइम ब्रांच और ब्रह्मपुरी थाना पुलिस ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। हाथी दांत की तस्करी के मामले में इस संयुक्त तीन ने तीन आरोपियों को धर-दबोचा है। आरोपियों के पास मिले हाथी दांत की बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी गई है।
 

पुलिस ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि पौंडरिक पार्क के सामने रोड पर तीन शख्स हाथी दांत को बेचने की फिराक में आए है। इस पर गठित टीम ने दबिश दी तो बांसखो हाल चांदपोल बाजार हरिजेठी का चौक निवासी कमलेश शर्मा, जमवारामगढ़ हाल नाई की थड़ी प्रतापनगर निवासी अमित शर्मा और आंधी के मोढ़ा खेड़ा हाल ब्रह्मपुरी में शंकर नगर निवासी विष्णु प्रसाद शर्मा को पकड़ा। इनके पास हाथी दांत बेचने का लाइसेंस भी नहीं है।
 

एक करोड़ रुपए की कीमत है हाथी दांत की
पुलिस ने आरोपियों के पास से 6 किलो 165 ग्राम हाथी के दांत बरामद किए है। जिसकी बाजार कीमत करीब एक करोड़ रुपए आंकी जा रही है। पुलिस ने वन्य जीव संरक्षण के तहत मामला दर्ज करते हुए वन विभाग को सूचना दे दी। वहीं हाथी दांत की जांच भी कराई जा रही है।
 

इस टीम ने पकड़े तस्करों को
डीसीपी क्राइम विनीत कुमार ने बताया कि सीआईयू टीम के एसआई गुलझारी लाल, एएसआई द्वारकाप्रसाद, पुरुषोत्तम, सरदार सिंह, हैडकांस्टेबल नाथूलाल, उदय सिंह, जगदीश, कांस्टेबल मनेन्द्र अविनाश, भूरा राम, चालक बिशन, हीरालाल, सुरेन्द्र सिंह व ब्रहमपुरी एसआई इमरत सिंह, कांस्टेबल अमीलाल, ओमप्रकाश, महिला कांस्टेबल किरण, मो. साजिद शामिल रहे।
 

भरतपुर में पंसारी की दुकान पर बिक रहा था हाथी दांत का चूरा
वन विभाग के आला अधिकारियों ने बोगस ग्राहक बनकर पंसारी की दुकान से दुकानदार को हाथी दांत का चूरा व अन्य प्रतिबंधित सामग्री की बिक्री करते हिरासत में लिया था। वन विभाग के एसीएफ अभिषेक शर्मा ने बताया कि शहर के कोतवाली बाजार में डींगिया पंसारी की दुकान पर हाथी दांत का चूरा और जंगली छिपकली के अंगों का व्यवसाय किया जा रहा था। लम्बे समय से विभाग को इस सम्बंध में शिकायत मिल रही थी, जिस पर सोमवार देर शाम को एक बोगस ग्राहक दुकान पर सामान खरीदने भेजा।
 

ग्राहक के मांगने पर दुकानदार ने हाथी दांत का चूरा व अन्य प्रतिबंधित सामग्री निकालकर दे दी। टीम ने पुलिस की मौजूदगी में तुरंत दुकान से सामग्री को जब्त कर दुकानदार को हिरासत में ले लिया। कार्यवाही के दौरान भरतपुर ग्रामीण सीओ धर्मेंद्र के नेतृत्व में तीन थानों का पुलिस जाप्ता मौके पर मौजूद रहा।
 

अलवर में हाथी दांत व सरंग बेचते व्यापारी पकड़ा
अलवर में भी इसी अक्टूबर महीने में कार्रवाई को अंजाम दिया। वन विभाग की टीम ने शहर के पंसारी बाजार में कार्रवाई करते हुए हाथी दाँत संबंधी सामान बेचते एक व्यापारी सुरेश चंद जैन को गिरफ्तार किया। टीम ने दुकान से हाथी दांत संबंधी एवं वन्य जीव से जुड़ा एक अन्य प्रतिबंधित सामान जप्त किया। वन विभाग को एनजीओ पीपल फॉर एनिमल्स से जुड़े दीपक ने बाजार में हाथी दांत वन्यजीवों के प्रतिबंधित उत्पाद बेचने की जानकारी दी थी, जिस पर वन विभाग के कर्मचारियों को हाथी दांत का बुरादा खरीदने के लिए भेजा गया।
 

एसीएफ अमित चौहान के नेतृत्व में गठित टीम ने मौके पर पहुंचकर दुकान से हरण के एवं अन्य सामान जप्त किया। वन विभाग की टीम पर कार्य करने वाले नौकर को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। प्रतिबंधित वस्तुओं में हाथी दांत का बुरादा, वन्य जीव हरिण के सींगो सरंग शामिल है समान को जांच के लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान की लैब में भेजा गया है।

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