रेलवे के निजीकरण ( Privatization of Railways ) और निगमीकरण के विरोध में रेलकर्मियों के संगठनों की ओर से विरोध जताया जा रहा है।
जयपुर•Sep 23, 2020 / 04:01 pm•
Ashish
काली पट्टी बांध करेंगे रेलवे के निजीकरण का विरोध
जयपुर
रेलवे के निजीकरण ( Privatization of Railways ) और निगमीकरण के विरोध में रेलकर्मियों के संगठनों की ओर से विरोध जताया जा रहा है। इसी क्रम में 24 सितंबर को ऑल इंडिया एससी एसटी रेलवे एम्प्लॉइज एसोसियेशन ( All India SC ST Railway Employees Association ) ने अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन का आह्रवान किया गया है। एसोसिएशन की ओर से सभी जोनल रेलवे, उत्पादन इकाई मुख्यालय के साथ ही सभी मंडल, कारखाना और शाखा कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही स्थानीय रेल प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री और रेलमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा ।
एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर पश्चिम रेलवे के जोनल सचिव बी एल बैरवा का कहना है कि भारतीय रेल में पहले सफाई कार्य को आउटसोर्स किया गया, जिससे रेलवे में सफाईवाला के पद समाप्त कर दिए गए। फिर धीरे-धीरे अन्य विभागों के कार्य आउटसोर्स कर दिए गए और काफी पद समाप्त कर दिए गए। जिसके भारतीय रेल में कार्मिकों की संख्या घट गई है। फिर कुछ रेलवे स्टेशनों का निजीकरण किया गया। अब कुछ ट्रेनों को निजी ऑपरेटर्स के हाथो में देने का निर्णय कर लिया गया है और काफी रिक्तियां समाप्त कर दी गई हैं। रेलवे के निजीकरण से सरकारी नौकरियों के अवसर समाप्त होंगे।
एसोसिएशन की ओर से कोविड-19 के चलते सोशल डिस्टेंसिंग और सुरक्षा उपयों के साथ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। रेल कर्मचारी अपने-अपने कार्यस्थल पर अपने हाथ पर काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज करवाएंगे। जयपुर में यह प्रदर्शन उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय एवं मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर होगा।