दरअसल, मंगलवार को सांगानेर के बीलवा ग्राम पंचायत के प्रहलादपुरा ग्राम में आंगनबाड़ी केन्द्र के लोकार्पण के दौरान कई माननीय के साथ प्रदेश ने विधायक और राजनेता जुटे थे। जबकि कार्यक्रम में ग्रामीण गौरव पथ निर्माण के भूमि पजून और सोलर बेस एकल बिंदू नलकूप के निर्माण के लोकार्पण होना था। साथ ही कार्यक्रम के जरिए बीलवा स्थित सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल में बालिकाओं को नि:शुल्क साईकिल वितरण समारोह का भी आयोजन किया गया था। जहां साईकिल वितरण समारोह के दौरान स्वच्छता और बिजली बचाने की अपीलों का जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बर्बादी का नजारा दिखाई दिया, लेकिन इसे रोकने को लेकर किसी ने जागरुकता नहीं दिखाई।
आपको बता दें कि वहां कार्यक्रम के दौरान पत्रिका के रिपोर्टर ने जब पानी, बिजली की बचत और सफाई का जायजा लिया तो तब सरकार की स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ती दिखाई दी। बता दें कि उस दौरान रिपोर्टर ने पाया कि बीलवा स्कूल में खाली क्लास रूम में पंखे चल रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर स्कूल दीवारों पर लिखे स्वच्छता के संदेश के उलट वहां कचरे का ढ़ेर देखने को मिला। सबसे बड़ी बात कि बीलवा ग्राम पंचायत सरपंच उर्मिला माहेश्वरी के कार्यालय के बाहर भी दिन में लाइट जलती रहीं। लेकिन किसी का उधर ध्यान तक नहीं गया।
गौरतलब है कि इस समारोह में बतौर अतिथि सांसद रामचरण बोहरा, विधायक और संसदीय सचिव डॉ कैलाश वर्मा के साथ ही जिला प्रमुख मूलचंद मीना ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। तो वहीं कार्यक्रम के दौरान तीनों जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न विकास कार्यों के लिए तीस लाख रुपए खर्च करने की घोषणा भी की। बावजूद इसके सरकारी अपीलों का मखौल उड़ता रहा।