मुख्यमंत्री ने यह बात गुरुवार को सचिवालय परिसर में राज्य सचिवालय कर्मचारी संघ के शपथ ग्रहण समारोह में कहीं। उन्होंने प्रदेशभर के कार्मिकों को जनता की सेवा के लिए ‘थिंक बिग, वर्क बिग एंड हैल्प बिग का मूलमंत्र दिया। सचिवालय में प्रदेश के किसी भी कोने से कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर आए तो वह यहां से चेहरे पर मुस्कान लेकर जाए। देवस्थान राज्यमंत्री राजकुमार रिणवा ने कहा कि हमें केवल अधिकार की ही बात नहीं करनी चाहिए। शासन सचिव कार्मिक भास्कर ए. सावंत, संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अभिमन्यु शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने नई कार्यकारिणी को शपथ ग्रहण करवाई।
1.80 लाख पदों पर नियुक्ति मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य सरकार ने अब तब 1 लाख 80 हजार पदों पर स्थायी नियुक्तियां दी हैं। साथ ही 1 लाख 30 हजार पदों पर भर्ती की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को साफ तौर पर कहा कि उन्हें विशेषाधिकार मिला हुआ है। वे सत्ता को बेहद नजदीक से देखते हैं और कठिनाइयों को समझते हैं। इसलिए सचिवालय कर्मचारियों को उतनी ही मांग करनी चाहिए, जितनी की वे दूसरों को दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने जानी गृहक्षेत्र की नब्ज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार को दिन भर बारां और झालावाड़ के जनप्रतिनिधियों और भाजपा जिलाध्यक्षों से बात की और इस बारे में चर्चा की कि सरकार ने जो काम किए, आखिर वह नीचे तक कैसे नहीं पहुंचे। जनप्रतिनिधियों को कहा कि सरकार के कामकाज को जनता तक पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री खुद भी दोनो जिलों का अगले दो माह में दौरा कर कामकाज की समीक्षा करेंगी। सीएम ने सबसे पहले बारां जिले इसके बार शाम को झालावाड़ जिले के जनप्रतिनिधियों और नेताओं से मिली। दोनो ही जिले मुख्यमंत्री के लिए और उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की कि कामकाज जनता की जुबान तक क्यों नहीं पहुंच रहे। विधायकों को निर्देश दिए गए कि वे जनता के बीच जाएं और बताएं कि उन्होंने, सरकार ने क्या- क्या काम किए। बताया जा रहा है कि बैठक में बारां जिले के संगठन व जनप्रतिनिधियों के बीच के मनमुटाव को लेकर भी चर्चा हुई, हालांकि, इसकी किसी ने पुष्टि नहीं की।