किसान मनाएंगे विश्वासघात दिवस, करेंगे पीएम मोदी का पुतला दहन, जानिए क्यों ?
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बेचे जाने और श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में राष्ट्रीय यूनियन एक बार फिर लामबंद होने लगी हैं। उन्होंने 23 और 24 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल का निर्णय लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान ने इस हड़ताल को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है और इसी निर्णय के तहत अब प्रदेश के किसान 31 जनवरी को विश्वासघात दिवस मनाएंगे।
31 जनवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर होगा मोदी का पुतला दहन
23 और 24 फरवरी को मजदूरों की राष्ट्रीय हड़ताल का समर्थन करेंगे किसान
देश के ग्रामीण हिस्सों को किया जाएगा बंद
संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान की बैठक में लिया गया निर्णय
जयपुर।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को बेचे जाने और श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में राष्ट्रीय यूनियन एक बार फिर लामबंद होने लगी हैं। उन्होंने 23 और 24 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल का निर्णय लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान ने इस हड़ताल को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है और इसी निर्णय के तहत अब प्रदेश के किसान 31 जनवरी को विश्वासघात दिवस मनाएंगे। विश्वासघात दिवस पर राज्य के सभी जिलों में जिला मुख्यालयों पर केन्द्र सरकार की किसानों के साथ की गई वादाखिलाफी के विरोध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला जलाया जाएगा। 31.जनवरी के बाद सभी केंद्रीय श्रमिक संगठनों के नेताओं के साथ संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान की संयुक्त बैठक करके आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
मजदूरों की राष्ट्रीय हड़ताल के समर्थन में किसान
साथ ही आगामी 23 और 24 फरवरी को मजदूरों की राष्ट्रीय हड़ताल का भी समर्थन करेंगे। यह निर्णय संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान की बैठक में लिया गया है। बैठक कामरेट तारा सिंह सिद्धू की अध्यक्षता में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि पूरे साल भर ऐतिहासिक किसान आन्दोलन के दौरान देश के मजदूरों ने आंदोलन का तन मन धन से समर्थन किया था और देश में अभूतपूर्व किसान मजदूर एकता का मार्ग प्रशस्त किया। इसी एकता को मजबूत कर आगे बढ़ाते हुए आगामी 23 और 24 फरवरी को मजदूरों की राष्ट्रीय हड़ताल के समर्थन में पूरे देश में किसान भी आंदोलन करेंगे। 23 फरवरी को राजस्थान में किसान ग्रामीण भारत बंद करते हुए तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे।
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