करीब 71 दिन बाद शहर के परकोटा क्षेत्र में कुछ शर्तों के साथ दुकानें खोलने की अनुमति दी गई। मुख्य रास्तों को खोला भी गया, जिसके चलते सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी नजर आई। घरों से लंबे समय बाद निकले लोग खुद ही मुस्तैद नजर आए तो कई व्यापारियों ने भी नियमों का पालन करते हुए दुकानों के बाहर लोगों को जमा नहीं होने दिया। पुलिस ने पहले ही साफ कर दिया था कि बरामदों या दुकानों के बाहर किसी भी तरह क डिस्प्ले नहीं किया जाएगा। इसके बाद भी जौहरी बाजार में कई दुकानों के बाहर व्यापारियों ने सामान रख दिया। इस पर पुलिस ने हाथोंहाथ दुकानों को सील कर दिया। अन्य व्यापारियों को भी हिदायत दी गई कि अगर सामान बाहर रखा गया तो दुकानों को सील किया जाएगा।
पुलिस करती रही पेट्रोलिंग, मगर नहीं माने लोग शहर के सबसे बड़े हॉट स्पॉट रामगंज बाजार में भी दुकानें खुली और यहां सोश्यल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती साफ नजर आई। दुकानों के बाहर लोग जमा होकर बातें करते नजर आए। कई लोगों के चेहरे पर मास्क भी नहीं था। हालांकि पुलिस ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी पुलिस की पेट्रोलिंग लगातार बाजारों में होती रही और लोगों को पुलिसकर्मी समझाते भी नजर आए। कुछ लोगों को सख्त हिदायत भी दी गई।
व्यापारियों ने जताया विरोध शहर के मनीरामजी की कोठी, घी वालों का रास्ता, पुरोहित जी का कटला, लालजी सांड का रास्ता सहित कुछ बाजारों को अभी खोलने की इजाजत नहीं मिली हैं, जिसके चलते इन बाजारों के व्यापारियों ने नाराजगी जताई। कटला के बाहर व्यापारियों ने कहा कि जब कई तंग गलियों में बाजार खोलने की इजाजत दे दी गई है तो हमारे बाजार क्यों बंद रखे गए है। पूर्व पार्षद अजय यादव ने कहा कि घी वालों का रास्ता, दड़ा मार्केट, मनीरामजी की कोठी के आसपास 15 मई से कोरोना पॉजिटिव नहीं आया है, फिर भी इन बाजारों को बंद रखन चौंकाने वाला है। यादव ने जिला कलेक्टर जोगाराम और पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव से इन बाजारों को भी खोलने की मांग की है।
व्यापार को पटरी पर आने में लगेगा समय पहले दिन परकोटा के बाजार सूने से नजर आए। जरूरी सामानों की खरीद के लिए लोग दुकानों पर आए। जौहरी बाजार में ज्यादातर दुकानें पर्यटकों से जुड़ी हुई है और अभी पर्यटक शहर में नहीं हैं। ऐसे में व्यापारियों का कहना है कि आने वाले 3 से 4 महीने में व्यापार पटरी पर आएगा।