जयपुर. साल 2020 का पहला चन्द्रग्रहण माघ शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार को होगा। शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर सहित किसी भी मंदिर में ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा। रात 10 बजकर 38 मिनट पर यह ग्रहण शुरू होगा, जो मध्य रात्रि बाद 2 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। मध्यरात्रि 12 बजकर 40 मिनट पर ग्रहण चरम पर रहेगा, जिसमें चन्द्रमा का 85 प्रतिशत भाग उपछाया से ढक जाएगा। यह चन्द्रग्रहण भारत सहित एशिया के सभी देशों और यूरोप, अटलांटिक महासागर, अफ्रीका तथा ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा। पं पुरुषोत्तम गौड के मुताबिक मांद्य चन्द्रग्रहण होने से यह ग्रहण चन्द्रमा को धुंधला ही कर पाएगा। चन्द्रमा की कला में कोई कमी नहीं आएगी। ग्रहणकाल के दौरान चन्द्रमा पृथ्वी की उपछाया से होकर गुजरेगा। यह चंद्र ग्रहण वैज्ञानिक दृष्टि से भी खास रहेगा।