प्रदर्शन करने वालों का आरोप है कि चार माह पहले रजिस्ट्री दफ्तर में ईडी ने पत्र लिखकर फ्लैटों की रजिस्ट्री पर रोक लगवा दी। अब चार माह बाद फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं होने का हवाला दे रेजीडेंसी को आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी की सम्पत्ति मानते हुए अटैच कर दिया। लोगों की मांग है कि उनकी सम्पत्ति पर ईडी कार्रवाई नहीं करे।