हरदम कुकीज खाने की आदत है तो इसे छोड़ें और इनकी जगह मेवे अपनाएं। हल्की फुल्की भूख से छुटकारा पाने के लिए बिस्किट, नमकीन आदि खाने की आदत बना ली है, तो इस आदत को छोड़ दें। आपके लिए बेहतर है इनके बदले भुने हुए चने, मूंगफली, मकई या बादाम, काजू, अखरोट, किशमिश जैसे गुणकारी मेवे खाएं।
अगर आपकी आदत अक्सर मीठा या मिठाई खाने की है तो आपके लिए बेहतर यह है कि आप मिठाई की जगह फल खाने की आदत डालें। पेस्ट्रीज, केक, गुलाब जामुन, जलेबी आदि मिठाइयों के बदले ताजा फल खाने की आदत डालें। अपनी आदत में फलों को शुमार करने पर आप मिठाई से होने वाले नुकसान से बचेंगे और फलों के फायदे हासिल करेंगे।
अपने खानपान में सफेद नहीं ब्राउन फूड आइटम इस्तेमाल करें, इसके मायने हैं मैदा, चीनी, चावल को अपने खानपान में शामिल रखने के बजाय चोकर युक्त आटा, ब्राउन ब्रेड, गुड़, शहद आदि का इस्तेमाल करें।
आप बटर का इस्तेमाल करने के बजाय ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। हालांकि हर चीज में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करना उचित नहीं लेकिन रसेदार सब्जी या सलाद में ड्रेसिंग के लिए ऑलिव ऑयल काम में लें।
अपने खानपान में अधिक तेलयुक्त सब्जियां ज्यादा शामिल करने के बजाय राजमा, चने, मूंग, सोयाबीन और उड़द आदि को अंकुरित कर सलाद के तौर पर इस्तेमाल करें। इससे जहां आप कोलेस्ट्रोल से बच पाएंगे वहीं अंकुरित दालें कोलेस्ट्रोल को कम करेंगी।
कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने में हरी पत्तेदार सब्जियां भी प्रभावी होती हैं। खानपान में इन्हें शामिल किया जाना चाहिए। इन्हें अधिक तेल में बनाकर खाने से बचना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों को सलाद व उबालकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।