मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में चर्चा के दौरान विधानसभा सचिव ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सत्र के दौरान सुरक्षा से जुड़ी हर पहलुओं पर विशेष ध्यान रखना होगा। जबकि इस दौरान सुरक्षा को लेकर किसी तरह की कोई चूक नहीं होने के संबंध में कड़े निर्देश दिए। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने सुरक्षा की ताजा जानकारी के साथ-साथ हर स्तर पर चर्चा की, जिससे किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी ना रहे।
तो वहीं विधानसभा सत्र की शुरुआत को लेकर अभी से उस समय आने वाले शिष्ठमण्डलों से मुलाकात कराने के लिए अधिकारियों की नियुक्ती की जा रही है। जबकि परिसर के अंदर किसी बी आपातकाल के लिए एक एम्बुलेंस और एक अग्निशमन वाहन की तैनाती भी सुनिश्चित कर दी गई है। आपको बता दें कि 23 अक्टूबर से शुरु होने जा रहे सत्र के लिए सुरक्षा को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति हो चकी है। तो वहीं विधानसभा परिसर की सुरक्षा में स्पेशल टास्क फोर्स का दस्ता भी शामिल रहेगा।
इसके अलावा परिसर के भीतर पहरा को कड़ करने के लिए बम डिस्पोजल स्क्वॉयड और डॉग स्क्वॉयड की तैनाती की गई जो कि रोजाना सत्र के पहले या फिर बाद में पूरे परिसर की जांच करेंगे। साथ ही किसी भी संदिग्ध की गतिविधियों की रोकथाम के लिए कई जरुरी पहलुओं पर कदम उठाया गया है। आपको बता दें कि विधानसभा सत्र की सुरक्षा को लेकर आयोजित इस बैठक में विधानसभा के मार्शल संजय चौधरी, जिला कलेक्टर, पुलिस विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग और नगर निगम के अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
गौरतलब है कि बीते दिनों राज्यपाल कल्याण सिंह ने एक आदेश जारी कर बताया था कि चौदहवीं राजस्थान विधानसभा का नवम सत्र सोमवार 23 अक्टूबर से शुरु होगा। तो वहीं चार से पांच दिन तक सत्र की कार्यवाही के दौरान गुर्जर आरक्षण विधेयक सहित कई विधेयकों को पेश होने के संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा 6 अहम बिलों को सदन के पटल पर प्रस्तुत किया जाएगा।