वायुमंडलीय सूखे के हालात
वैज्ञानिकों ने पाया है कि हवा में नमी की औसत मात्रा में पिछले दो दशक के दौरान काफी कमी आई है। पौद्यों की पैदावार के लिए हवा में जितनी नमी होनी चाहिए अब उससे बहुत कम नमी विद्यमान है। वैज्ञानिक इसे वायुमंडलीय सूखे के हालात कहते हैं।
वैज्ञानिकों ने पाया है कि हवा में नमी की औसत मात्रा में पिछले दो दशक के दौरान काफी कमी आई है। पौद्यों की पैदावार के लिए हवा में जितनी नमी होनी चाहिए अब उससे बहुत कम नमी विद्यमान है। वैज्ञानिक इसे वायुमंडलीय सूखे के हालात कहते हैं।
सबसे बड़ा कारण है ग्लोबल वॉर्मिंग
वायुमंडलीय सूखे के हालात का सबसे बड़ा कारण है ग्लोबल वॉर्मिंग। धरती का औसत तापमान साल दर साल बढ़ रहा है।धरती के गरमाने के कारण वनस्पति की पैदावार पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। दुनिया भर के जलवायु मॉडल्स पर इसका असर दिख रहा है।
वायुमंडलीय सूखे के हालात का सबसे बड़ा कारण है ग्लोबल वॉर्मिंग। धरती का औसत तापमान साल दर साल बढ़ रहा है।धरती के गरमाने के कारण वनस्पति की पैदावार पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। दुनिया भर के जलवायु मॉडल्स पर इसका असर दिख रहा है।
सीओ2 पर बढ़ी बहस
ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रति आशंका रखने वाले कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि सीओ2 यानी कार्बन डाइऑक्साइड दरअसल पौद्यों की बढ़त के लिए सहायक होती है। लेकिन शोधों से ये स्पष्ट है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण पौद्यों की बढ़त के लिए प्रतिकूल होता है।
ग्लोबल वॉर्मिंग के प्रति आशंका रखने वाले कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि सीओ2 यानी कार्बन डाइऑक्साइड दरअसल पौद्यों की बढ़त के लिए सहायक होती है। लेकिन शोधों से ये स्पष्ट है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण पौद्यों की बढ़त के लिए प्रतिकूल होता है।
सरकारी वनों की अलग परिभाषा
भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग वन क्षेत्र (फॉरेस्ट कवर) के लिए सेटेलाइट इमेज का इस्तेमाल करता है। विभाग जहां भी 10 फीसदी वन देखता है उसे वन क्षेत्र घोषित करता है। जबकि ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच 5 मीटर से ऊंची वनस्पति क्षेत्र को वन क्षेत्र मानता है।
भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग वन क्षेत्र (फॉरेस्ट कवर) के लिए सेटेलाइट इमेज का इस्तेमाल करता है। विभाग जहां भी 10 फीसदी वन देखता है उसे वन क्षेत्र घोषित करता है। जबकि ग्लोबल फॉरेस्ट वॉच 5 मीटर से ऊंची वनस्पति क्षेत्र को वन क्षेत्र मानता है।
देश के हाल
15.83 फीसदी पूर्वी घाट के वन क्षेत्र का खात्मा हुआ गत 100 वर्षों में
40 फीसदी वनक्षेत्र में कमी आई गत 95 वर्षों के दौरान 5 डिग्री सेल्सियस बढ़ा धरती का तापमान हिम युग की तुलना में
2.3 फुट बढ़ जाएगा समुद्र का जलस्तर 2050 तक
411 पाट्र्स प्रति मिलियन है सीओ2 अभी, गत साढ़े 6 लाख वर्ष में सर्वाधिक
50000 पेड़ काटे गए दिल्ली मेट्रो के लिए
2000 पेड़ कटते हैं मुंबई में हर महीने
15000 पेड़ काटे गए बेंगलूरु मेट्रो के लिए पेड़-आबादी अनुपात
भारत 1:28
रूस 1:4461
ब्राजील 1: 1494
अमरीका 1:716
चीन 1: 102
2000 पेड़ कटते हैं मुंबई में हर महीने
15000 पेड़ काटे गए बेंगलूरु मेट्रो के लिए पेड़-आबादी अनुपात
भारत 1:28
रूस 1:4461
ब्राजील 1: 1494
अमरीका 1:716
चीन 1: 102