दावा: जाम से निजात मिलने का परकोटा में मेट्रो संचालन का इंतजार सभी को है। मेट्रो अधिकारियों को लगता है कि यहां पर संचालन शुरू होने के साथ ही यात्रियों की संख्या में दो से ढाई गुना तक बढ़ोत्तरी होगी। इससे मेट्रो की आय बढ़ेगी। वहीं व्यापारियों को लगता है कि मेट्रो के संचालन से वाहनों की आवाजाही कम होगी। इससे जाम नहीं लगेगा और व्यापार भी बढ़ेगा।
बदलेगा फेज-2 का रास्ता सीतापुरा से वीकेआई तक प्रस्ताविक मेट्रो ट्रेन के फेज-2 का रास्ता बदलने की तैयारी चल रही है। मेट्रो अधिकारियों की मानें तो 2014 में डीएमआरसी ने डीपीआर तैयार की थी। पांच साल से अधिक का समय डीपीआर बने हो चुका है। ऐसे में नए क्षेत्रों का विकास भी तेजी से हुआ है। ऐसे इलाकों को भी मेट्रो ट्रेन से जोडऩे पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। ऐसे में फेज-2 का रास्ता भी बदलेगा और डीपीआर भी फिर से बनेगी।
जब मेट्रो फेज-2 की डीपीआर बनी थी, उस समय मौजूदा सरकार ने इसे पीपीपी मोड पर बनाने की बात कही थी, लेकिन मौजूदा सरकार इसको सरकारी स्तर पर बनाने की बात कर रही है।
पुरानी डीपीआर में 35 किमी फेज-2 में मेट्रो संचालन की बात कही गई है। इसमें से करीब आठ किमी भूमिगत और 27.13 किमी एलीवेटेड रोड पर मेट्रो प्रस्तावित है, लेकिन नई डीपीआर में मेट्रो को भूमिगत चलाए जाने पर ज्यादा फोकस किया जाएगा।
फैक्ट्स: -08 एलिवेटेड और एक भूमिगत स्टेशन है मेट्रो ट्रेन का -170 फेरे लगाती हैं इन दिनों प्रतिदिन जयपुर मेट्रो
-22 हजार से अधिक यात्री प्रतिदिन सफर कर रहे हैं ट्रेन में -9.6 किमी का सफर मेट्रो पूरा करने में 21 मिनट लेती है
-100 फीसदी महिला कर्मचारी काम करती हैं श्याम नगर मेट्रो स्टेशन पर
-अब तक तीन करोड़ से अधिक यात्री कर चुके हैं मेट्रो ट्रेन में सफर