जानकारी के मुताबिक मशीन में बोलत क्रश करने पर वो नीचे के बॉक्स में चूरा हो जाती है। बॉक्स के भर जाने के बाद चूरा ले जाकर रिसाइक्लिंग कर प्लास्टिक के आइटम्स बनाए जाते हैं। राजस्थान से पहले यह सुविधा कई अन्य राज्यों में भी शुरू हो चुकी है। भारत के स्वच्छ भारत अभियान के तहत ही यह रेलवे ने यह पहल की है। भुवनेश्वर के रेलवे स्टेशन पर पहले से ही ऐसी मशीनें लगाई जा चुकी हैं। यह शुरुआत जनता के यहां-वहां प्लास्टिक बोतल फेंकने और बढ़ते कचरे को देखते हुए की गई है। रिसाइकल बॉटल से टायलेट केबिनेट जैसे कई प्लास्टिक के आइटम्स तैयार किए जा रहे हैं। इससे रेलवे स्टेशन को साफ सुथरा रखने में खासी मदद मिलेगी। इस पहल को नागरिक भी सराह रहे हैं। उनका मानना है कि अब लोग रेलवे स्टेशन पर कचरा यूं ही कहीं भी फेंकने की बजाय रिसाइकल मशीन में डालने को प्रेरित होंगे और इसका उन्हें फायदा भी मिलेगा।