पार्टी के जानकारों नेताओं की परफोर्मेंस में नजर रखने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और और दो सह प्रभारियों को जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ भी सचिन पायलट भी नेताओं की परफोर्मेंस पर नजर रखेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के फरमान का नेताओं पर किस तरह असर हुआ है, इसकी एक बानगी जयपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति खंडेलवाल के नामांकन से पहले आयोजित सभा में देखने को मिली थी। जब शहर के पांचों विधायकों और तीन हारे हुए प्रत्याशियों से अपने-अपने क्षेत्रों से लीड दिलाने की बात मंच से की गई थी।
आला कमान को राजस्थान से उम्मीदें
दरअसल राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के चलते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को राजस्थान से खासी उम्मीदें हैं। वैसे भी प्रदेश में चार माह पहले ही विधानसभा चुनाव हुए हैं। इसी के चलते यहां प्रदेश कांग्रेस को मिशन 25 का टारगेट दिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राजस्थान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ सचिन पायलट, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को तीन बार दिल्ली बुलाकर चुनावी तैयारियों का फीडबैक ले चुके हैं।
दिल्ली पहुंची थी शिकायतें
सूत्रों के मुताबिक नेताओं की ओर से प्रत्याशियों को सहयोग नहीं करने की शिकायतें लगातार दिल्ली पहुंच रही थी, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव में नेताओं की परफोर्मेंस पर नजर रखने के निर्देश दिए थे।