गहलोत ने मंगलवार को सचिवालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश में बेवकूफों की कोई कमी नहीं है, भारतीय जनता पार्टी के नेता भी उनमें से एक हैं, जिन्हें घटना की वास्तविकता का पता नहीं है लेकिन बयानबाजी करने पर तुले हुए हैं।
लखीमपुर-हनुमानगढ़ की घटना अलग-अलग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लखीमपुर खीरी और हनुमानगढ़ की घटना दोनों अलग-अलग हैं। भाजपा इन दोनों की तुलना कैसे कर सकती है? लखीमपुर खीरी में शांति से जा रहे किसानों को गाड़ियों से रौंद दिया गया था, घटना के कई दिनों के बाद जब विपक्ष ने दबाव बनाया तब मंत्री का बेटा अरेस्ट किया गया और अन्य दोषी अभी भी गिरफ्तार नहीं किए गए हैं, जबकि हनुमानगढ़ में घटना पर तुरंत संज्ञान लेकर पुलिस ने सभी आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है।
राहुल-प्रियंका नहीं, भाजपा नेता आएं राजस्थान
मुख्यमंत्री गहलोत ने भाजपा नेताओं की ओर से लगातार प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को राजस्थान आने के बयान पर भी पलटवार करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी राजस्थान क्यों आएंगे? राजस्थान में उनकी सरकार है, राजस्थान में तो प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रियों और बीजेपी के नेताओं को आना चाहिए और आकर देखना चाहिए कि राजस्थान में क्य़ा कमी है।
सीएम ने कहा कि भाजपा के नेताओं को कौन समझाए कि जहां पर कोई घटना होती है, वहां पर सत्ता पक्ष के लोग नहीं बल्कि विपक्ष के लोग आते जाते हैं। गहलोत ने कहा कि घटना के तुरंत बाद ही भाजपा के नेताओं को हनुमानगढ़ जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करनी चाहिए थी, उस वक्त तो कोई गया नहीं अब वहां भाजपा के तीन विधायकों के भेजे जाने का क्या तुक है। गहलोत ने कहा कि भाजपा में ऐसे-ऐसे लोगों को पदाधिकारी बनाया गया जो मीडिया और सोशल मीडिया में एजेंडा चलाते हैं।
बिजली संकट कई राज्यों में
प्रदेश में बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बिजली संकट अकेले राजस्थान में नहीं, बल्कि कई राज्यों में है। राजधानी दिल्ली की भी स्थिति खराब है। चीन और यूरोप पर भी संकट है, दाम बढ़ गए हैं फिर भी कोयला उपलब्ध नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र की जिम्मेदारी है कि वह राज्यों को बिजली संकट से निकाले, उम्मीद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री इस संकट का हल जल्द निकालेंगे।