गहलोत ने कहा कांग्रेस के धरने प्रदर्शन में जनता साथ दे रही है। आज काम धंधे चौपट हो गए, नौकरियां मिलना तो दूर की बात है नौकरियों से लोग निकाले जा रहे हैं। महंगाई बढ़ती जा रही है। प्याज के दाम कहां पर चले गए। हम किस दिशा में जा रहे हैं। गुजरात में भी भाजपा ने बड़े जोर शोर से सरकार बनाई लेकिन डेढ़- 2 साल के अंदर ही क्या हो गया। किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अतिवृष्टि से जो नुकसान हुआ उसका मुआवजा कब मिलेगा किसी को पता ही नहीं है।
गहलोत ने कहा कि वैसे भी लोकतंत्र खतरे में हैं। एनडीए को जनता की परेशानी से मतलब नहीं है। यह घमंड जब तक ध्वस्त नहीं होगा तब तक यह सरकार गुड गवर्नेंस तो दे नहीं पाएगी।
गुजरात में शराब पीने के मामले को लेकर गहलोत ने कहा कि शराब पीने का यहां चलन है तो मैंने स्वाभाविक रूप से कहा था कि गुजरात के अंदर भी घर-घर में शराब पी जाती है इसका मतलब यह नहीं है कि सब घरों में शराब पी जाती है।
गुजरात के सीएम को हकीकत का सामना करना चाहिए था। राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश ,पंजाब के मुख्यमंत्रियों से संपर्क करते। लेकिन विजय रूपाणा ने तो मेरे बयान को गलत तरीके से कह दिया कि अशोक गहलोत ने गुजरात वासियों की बेइज्जती की है। उनसे पूछा जाए कि गुजरात वासियों की बेइज्जती कोई कर सकता है क्या। जहां गांधी और सरदार पटेल जैसे महापुरुष पैदा हुए हो, उस धरती पर मैं रहा हूं। यहां विकास पागल हो गया था। मैं तो आज भी कह रहीा हूं कि गुजरात की शराबबंदी पूरी तरह फेल हो चुकी है और नई पीढ़ी बर्बाद हो रही है। गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोग देश के विकास में कुछ नहीं कर पा रहे हैं। आज उनका ग्राफ नीचे आ रहा है। जब से महाराष्ट्र, हरियाणा के चुनाव हुए हैं, जनता ने इनको सबक सिखा दिया है। एक मैसेज दे दिया कि आर्टिकल 370, राष्ट्रवाद और मंदिर के नाम पर राजनीति मत करो।