जयपुर

राजस्थान: अब मनमानी की, तो Ola-Uber Taxi कंपनियों के खिलाफ सरकार करेगी सख्त कार्रवाई

राजस्थान की गहलोत सरकार ( Rajasthan Ashok Gehlot Government ) ने ओला और उबर टैक्सियों ( Ola Uber Taxi Services ) के मनमाना किराया वसूली को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। नियमों की अवेहलना करने और यात्रियों की मनमाना किराया वसूलने सहित अन्य शिकायत पर ओला और उबर टैक्सी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जयपुरJul 26, 2019 / 03:24 pm

Nakul Devarshi

जयपुर।
राजस्थान की गहलोत सरकार ने OLA और UBER टैक्सियों के मनमाना किराया वसूली को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। परिहवन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने विधानसभा में शुक्रवार को कहा कि नियमों की अवेहलना करने और यात्रियों की मनमाना किराया वसूलने सहित अन्य शिकायत पर ओला और उबर टैक्सी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
 

खाचरियावास ने प्रश्नकाल में विधायक जगसी राम के मूल एवं पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि ओला एवं उबर टैक्सी के बारे में शिकायतें मिलती हैं और इसी मद्देनजर इन टैक्सियों को कंट्रोल रुम स्थापित करने और कंट्रोल में आने वाली शिकायतों को परिवहन विभाग में भेजने के लिए कहा गया है।
 

‘बीमा के नाम पर हो रही थी वसूली, अब बंद’
उन्होंने बताया कि इन टैक्सियों के द्वारा यात्रियों से बीमा के नाम दो रुपए ज्यादा वसूल करने की शिकायत आई थी, जिसे रुकवा दिया गया है। अब ये सेवा प्रदाता कंपनियां यात्रियों से बीमा के नाम पर दो रुपए नहीं वसूल कर सकते।
 

‘उबर को जारी किये हैं नोटिस’
परिवहन मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा एक अधिसूचना जारी कर उबर को नोटिस भी जारी किए गए है, साथ ही पारदर्शिता बरतने एवं यात्रियों की सुरक्षा आदि के बारे में कहा गया है।
 

‘शिकायतें पहुंचेंगी तो होगी कार्रवाई’
खाचरियावास ने कहा कि सरकार बहुत सख्त है और मापदंड निर्धारित हैं और ऐसी टैक्सियों के मापदंड से हटकर संचालित करते पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
 

विधायक द्वारा इन टैक्सियों के खड़ी रहने के दौरान भी यात्री से किराया लेने की शिकायतें मिलने के बारे में बताये जाने पर खाचरियावास ने कहा कि इस तरह की शिकायतें लोग इन टैक्सियों के एप पर ही करते हैं और विभाग तक नहीं पहुंच पाती है, अगर इस तरह की कोई शिकायत विभाग तक आती है तो निश्चित तौर पर इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार का ओला एवं उबर से कोई लेना देना नहीं है और शिकायत पर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
 

विपक्ष ने किया बहिर्गमन
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों ने शुक्रवार को प्रश्नकाल में सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना के किसानों के ऋण माफ को लेकर दिए जवाब से असंतुष्ट होकर सदन का बर्हिगमन किया। प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने इस संबंध में पूरक प्रश्न पूछते हुए कहा कि सरकार को राज्य में वास्तविक ऋण माफ होने वाले किसानों की संख्या और अब तक कितना पैसा उनके खाते में डाल दिया गया है, बताना चाहिए।
 

इसपर सहकारिता मंत्री आंजना ने कहा कि अब तक किसानों के आठ हजार 179 करोड़ रुपए का ऋण माफ कर दिया गया है और यह पैसा उनके खाते में समायोजित कर दिया गया है। लेकिन भाजपा सदस्य आंजना के इस उत्तर से संतुष्ट नहीं हुए और कटारिया के अलावा प्रतिपक्ष उपनेता राजेन्द्र सिंह राठौड़ और अन्य सदस्य खड़े हो गए और जोर-जोर से बोलने लगे। सदन में शोरगुल होने लगा जिसके बाद भाजपा सदस्य सदन की कार्यवाही का बर्हिगमन कर गए।
 

इससे पहले आंजना ने विधायक संतोष के मूल प्रश्न के जवाब में कहा कि सरकार ने किसानों की ऋण माफी योजना के तहत अब तक 19 लाख 99 हजार 249 आवेदनों में 19 लाख 70 हजार 135 किसानों का ऋण माफ किया गया है जिनमें 19 लाख 40 हजार 526 किसानों को ऋण माफी के प्रमाण पत्र दिए जा चुके है।
 

उन्होंने कहा कि किसानों के दो लाख रुपए तक ऋण माफ करने के बारे में बैंकों से बातचीत चल रही है और बातचीत में बैठ गया तो किसानों को दो लाख रुपए तक का ऋण भी माफ कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में ऋण माफी के तहत कहीं भी अनियमितता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
 
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