पर बने रहने के कारण भी सोने में सपोर्ट देखने को मिल रहा है। महंगाई के मद्देनजर निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। माना जा रहा है कि नवंबर में अमरीकी रिजर्व बैंक टेपरिंग
को मंजूरी दे सकता है।
फेस्टिवल मांग से भी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। स्पॉट मार्केट में भी भाव में तेजी आई है। ग्लोबल ट्रेंड से भी कीमतों को सहारा मिल रहा है। अमरीका में ट्रेजरी यील्ड बढ़ने
से सपोर्ट मिल रहा है। अमरीकी फेडरल रिजर्व बैंक के बयान के बाद कीमतें बढ़ीं है। बैंक ने कहा कि महंगाई बढ़ती रही तो सख्त कदम उठाने होंगे। बता दें कि कई देशों के
सेंट्रल बैंक खरीद रहे हैं। क्रूड के भाव में तेजी से सपोर्ट बना है। गल्फ देशों से सोने की मांग बढ़ने की उम्मीद है। भारत में कोरोना के बाद फिर सोने का इंपोर्ट बढ़ा है।
दुनिया के सबसे बड़े स्वर्ण आयातक देश भारत का स्वर्ण आयात अप्रैल-सितंबर छमाही में बढ़कर 24 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। ऐसा गोल्ड डिमांड में आई तेजी के कारण
हुआ है। यह जानकारी कॉमर्स मिनिस्ट्री की तरफ से की गई है। पिछले साल अप्रैल-सितंबर छमाही में गोल्ड इंपोर्ट 6.8 अरब डॉलर रहा था।
केवल सितंबर महीने में देश का गोल्ड इंपोर्ट 5.11 अरब डॉलर रहा जो सितंबर 2020 में मात्र 601 मिलियन डॉलर रहा था। हालांकि, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में सिल्वर
इंपोर्ट में 15.50 फीसदी की गिरावट आई है।