एसएमएस अस्पताल की कोरोना संक्रमित जगहों पर काम कर रहे कर्मचारी रोस्टर प्रणाली से काम करेंगे। चाहे डॉक्टर हो या नर्सिंग स्टाफ, वार्ड बॉय, सफाई कर्मचारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर, लैब टेक्निशियन सभी सात दिन से ज्यादा ड्यूटी नहीं कर सकेंगे। अस्पताल अधीक्षक डॉ. डी.एस. मीणा ने बताया कि सात-सात दिन का रोस्टर के अनुसार कोरोना वॉरियर्स काम करेंगे। तब तक सभी के लिए अस्पताल में ही इनके रूकने की व्यवस्था की गई है। कर्मचारी घर नहीं जा सकेंगे। सात दिन बाद कर्मचारियों की जांच की जाएगी। यदि कोई पॉजिटिव पाया गया तो उसका इलाज किया जाएगा। नेगेटिव आने पर ही घर भेजा जाएगा। अगले सात दिन बाद दूसरा स्टाफ कोरोना संक्रमित जगहों पर काम करेगा।
रामगंज क्षेत्र में दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने से चिकित्सा विभाग अलर्ट मोड़ पर हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा ने बताया कि पिछले तीन दिनों में 6649 घरों का सर्वे किया गया, जिसमें 21545 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। शनिवार को 728 घरों का सर्वे हुआ, जिसमें 3688 लोगों की स्क्रीनिंग हुई। उन्होंने बताया कि 28 लोगों आरयूएचएस और दो को एसएमएस अस्पताल भेजा गया है।
एसएमएस अस्पताल के चरक भवन में बनाए गए कोरोना ओपीडी एवं केयर यूनिट में शनिवार को 49 संदिग्ध मरीज भर्ती हुए। ओपीडी में 320 मरीज आए जिनमें 145 की जांच की गई।