बढ़ा शॉर्टकट का यूज रुहेला ने बताया कि इंडिया में मैप्स पर टू व्हीलर मोड सबसे ज्यादा यूज होता है। लोगों की सुविधा के लिए इसमें शॉटकर्ट का फीचर काफी बेनिफिशियल है। इसके अलावा रीजनल लैंग्वेज में नेविगेशनन इंडिया में सबसे ज्यादा सक्सेस हुआ है। यहां पर रास्तों को खोजने के लिए वॉयस नेविगेशन पसंद की जा रही है। इंडिया में यह फीचर सक्सेस होने के बाद अब वॉयस नेविगेशन इंडोनेशिया में शुरू किया जा रहा है।
लोकेशन शेयरिंग गूगल मैप्स पर रीयल-टाइम लोकेशन शेयरिंग सुविधा भी काफी पसंद आ रही है। इससे आप किसी को भी रीयल टाइम लोकेशन बता सकते हैं। यह सेफ्टी के पर्पज से अच्छा फीचर है। आप गूगल मैप्स पर मल्टी-स्टॉप फीचर्स के साथ अपने वे को प्लान कर सकते हैं। जैसे ऑफिस से घर या फिर घर से शॉपिंग सेक्टर, इसके लिए आपको हर दिन मैप्स पर लोकेशंस अपडेट नहीं करनी पड़ेगी। इसके अलावा रीयल टाइम ट्रैफिक की स्थिति भी आसानी से पता कर सकते हैं।
मैप्स को बनाना है वीमेन एम्पावरमेंट टूल कैलिफोर्निया तक का सफर गूगल मैप फॉर नेक्स्ट बिलियन के डायरेक्टर सुरेन रुहेला लक्ष्मणगढ़ से हैं। जयपुर में उनका ससुराल है। लक्ष्मणगढ़ से कैलिफोर्निया तक का सफर शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा बचपन लक्ष्मणगढ़ के गांव में गुजरा है, एक बहुत साधारण जर्नी रही है। शुरुआती पढ़ाई सीकर में हुई और बाद कोटा से इंजीनियरिंग की और दिल्ली से एमटेक किया। हैदरबाद में भी पढ़ाई की। अभी 11 साल से गूगल में हूं, वहां पर विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम किया। लेकिन गूगल मैप्स का एक्सपीरियंस शानदार रहा है। वहां पर इनोवेशंस को पहचान मिलती है, लोग आपके काम को समझते हैं।
सेफ्टी के लिए गूगल मैप का रोल? गूगल मैप्स को विमन एम्पॉवरमेंट टूल बनाने पर मेरा फोकस है। मैं चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा गर्ल मैप्स के फीचर्स का उपयोग करें और खुद को सेफ कर सकें। इसके कई फीचर्स हैं जो गल्र्स के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं।
आपका फैमिली बैकग्राउंड ? मैं एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करता हूं। अपने आपको लकी इसीलिए मानता हूं कि घर में हमेशा से एजुकेशन पर ध्यान दिया गया। पापा इंजीरियर थे, इसीलिए घर का माहौल स्टडी का था।
एेसे बेहतर बनेगा मैप्स रुहेला कहते हैं, ‘मैप्स को अपडेट करना हमारे लिए बहुत बड़ी चुनौती है, जिसे ज्यादा से ज्यादा एक्यूरेट करने की कोशिश रहती है। कई बार यह शिकायतें आती हैं कि रास्ता बंद हो गया है, या फिर मैप पर दी गई जगह गलत हैं, या कैब आपको घर से दूर ही किसी लोकेशन पर उतार देती है। लोगों के एड्रेस भी बदल जाते हैं। इन सब स्थितियों के बीच गूगल मैप्स में यूजर्स का रोल बड़ा हो गया है। यदि किसी जगह का एड्रेस गलत दिखाई देता है तो यूजर इसकी मैप्स एप पर कम्प्लेन कर सकते हैं। इसे गूगल दूसरे यूजर्स के साथ वेरिफाई करेगा, उनके रिव्यूज और दी गई जानकारी के देने के कुछ दिन बाद एड्रेस को अपडेट कर दिया जाएगा। यह टू वे प्रॉसेस और कलेक्टिव एफर्ट है। जिसमें यूजर का रोल इम्पॉर्टेंट है। मैप्स पर यदि कोई गलत इंफॉर्मेशन शेयर की जाती है तो इसे वेरिफाई कर पब्लिश होने से रोका जाएगा।
लोकल गाइड्स की अहम भूमिका किसी भी सिटी को एक्सप्लोर करने या फिर मैप्स को अपडेट करने में लोकल गाइड्स अहम भूमिका निभा रहे हैं। जयपुर के मैप्स यूजर्स इसमें लोकल गाइड बनकर गूगल मैप्स को दूसरे लोगों के लिए ज्यादा से ज्यादा आसान बना रहे हैं। प्रोफेशनल फोटोग्राफर अमित गिनानी बताते हैं कि लोकल गाइड बनना मेरा पैशन है। फोटोग्राफी के साथ-साथ मैं मैप्स पर सिटी से जुड़े अपडेट भी शेयर करता हूं। ब्लॉगर दिशा वर्मा बताती हैं कि मुझे अभी लोकल गाइड बने सिर्फ छह महीने ही हुए है, लेकिन यह बहुत इनोवेटिव है। इसी तरह आर्टिस्ट प्रशांत सिंघल भी सिटी के हैपनिंग प्लेसेज की अपडेट्स मैप्स पर अपलोड करते हैं।