पीसीसी चीफ ने गुरूवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से जो कि 130 करोड़ देशवासियों की सहमति से बन रहा है। इसमें भी भाजपा राजनीति कर रही है। राम मंदिर के निर्माण में भाजपा का एक पैसा भी नहीं लग रहा है यह तो चंदे में धंधा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी सूचनाएं आ रही है ये राजस्थान में लोगों को चंदे की रसीद तक नहीं दे रहे हैं।
डोटासरा ने कहा कि राजस्थान की जनता इसकी सच्चाई जानना चाहती है कि राम मंदिर के नाम पर राजस्थान से कितना चंदा एकत्रित हुआ और कितने लोगों को चंदे की रसीदें दी गईं है।
डोटासरा ने कहा कि जैसे पीएम केयर्स फंड में सीएसआर के नाम से बड़ी-बड़ी कंपनियों से लाखों करोड़ों रुपए ले लिए उसका कोई अता-पता नहीं है वह किस चीज में खर्च कर रहे हैं। इसी तरह राम मंदिर के नाम पर लिए के चंदे को भगवान राम के नाम से आरएसएस और बीजेपी के नेता अपना घर भर रहे हैं।
कटारिया ने किया भगवान राम का अपमान
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया का ये कहना है कि अगर भाजपा नहीं होती तो राम समुंदर में होते, ये दर्शाता है कि भाजपा के नेता कितने घमंड में हैं। कटारिया ने भगवार राम का अपमान किया और करोड़ों लोगों की आस्था को चोट पहुंचाई है, भाजपा नेताओं के खिलाफ जनता में आक्रोश है यह सिर्फ राम के नाम का वोट लेते हैं लेकि कभी राम के नहीं हुए।
25 सांसदों का पीएम के सामने मुंह नहीं खुलता
पीसीसी चीफ ने कहा कि प्रदेश की जनता ने राजस्थान से 25 सांसद चुनकर भाजपा को दिए हैं लेकिन ये 25 सांसद प्रदेश की जनता के लिए केंद्र सरकार से कोई बड़ी योजनाएं लाने में नाकाम साबित हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 25 सांसदों का मुंह भाजपा आलाकमान और पीएम मोदी के सामने नहीं खुलता है।
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार अपने वादे निभाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है, डोटासरा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि था कि वो अपने पांच साल के कार्यकाल का हिसाब देंगे लेकिन आज सात साल हो गए, प्रधानमंत्री ने सात साल तो दूर की बात एक साल का ही हिसाब नहीं दिया।
उपचुनाव में करेंगे जीत दर्ज
पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि धरियावाद और वल्लभ नगर उपचुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक ली है, किन मुद्दों को लेकर चुनाव में जाना है उस पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा विपक्ष की भूमिका निभाने में असफल रही है, केंद्र की बीजेपी सरकार ने जनता का बेड़ा गर्क कर दिया है। केंद्र सरकार महंगाई और स्वास्थ्य के मुद्दे पर विफल रही है। कृषि कानूनों को लेकर जनता में रोष है।
इन्हीं सब मुद्दों को लेकर चुनाव में जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने बेहतरीन काम किया है, चिरंजीवी योजना, किसान मित्र योजना जैसी लोककल्याणरी योजनाओं से जनता खुश है और उपचुनावों में जनता फिर से कांग्रेस को अपना आशीर्वाद देगी।