खुलासा… आबकारी विभाग के जरिए सरकार तो नहीं पहुंचा रही पंचायत चुनाव में शराब!
बगैर नंबरों की गाड़ी में शराब नागौर और सीकर में सप्लाई हो रही है और वह भी आबकारी गोदाम के जरिए।
पंचायत चुनाव में जमकर शराब परोसी जा रही है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई में बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें बगैर नंबरों की गाड़ी में शराब नागौर और सीकर में सप्लाई हो रही है और वह भी आबकारी गोदाम के जरिए। इस कनेक्शन के जरिए अब ये सवाल खड़ा हो रहा है कि कहीं सरकार आबकारी के जरिए ही तो पंचायत चुनाव में शराब तो नहीं परोस रही। चौमूं पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शराब की तस्करी कर रहे चार शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने बिना नंबर की दो कारें भी जब्त की है। इन गाडिय़ों में 12,720 देसी शराब के पव्वे भरे हुए थे। पकड़ी गई शराब की कीमत करीब साढ़े तीन लाख रुपए बताई जा रही है बता दे कि आपरेशन क्लीन स्वीप के जरिए शराब तस्कर पुलिस के रडार पर थे। सोमवार देर रात मुखबिर की इत्तला पर रेलवे स्टेशन रोड इलाके में दोनों शराब से भरी भी गाडिय़ों को जब्त कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने चौमूं के सरकारी शराब के गोदाम से शराब ठेकेदारों के नाम से बिल कटवा कर शराब खरीदी और फिर नागौर में ले जाकर बेची। दरअसल दोनों गाडिय़ों में पचकोडिया और फुलेरा शराब ठेकों के नाम से बिल बनवाए गए और बिना नंबर की दोनों गाडिय़ों में शराब भरकर ले जाई जा रही थी। पकड़े गए आरोपियों ने बताया इस शराब को चुनाव के दौरान नागौर में सप्लाई करने जा रहे थे। लेकिन पहले ही चौमूं थानाधिकारी हेमराज सिंह गुर्जर की टीम ने आरोपियों को दबोच लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी सुवाराम जाट लक्ष्मीपुरा दातारामगढ़, सुनील जाट ईनाणा मुंडवा नागौर, पूरन यादव कानरपुरा कालाडेरा, मनोज गठाला होल्या का बास श्रीमाधोपुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उधर, आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्दबाजी में गाडि़यों का नंबर नहीं देखा, इसलिए गलती हो गई। इनके कब्जे से पुलिस ने बिना नंबर की दो कारें भी जब्त की है। इन गाडिय़ों में 12,720 देसी शराब के पव्वे भरे हुए थे। पकड़ी गई शराब की कीमत करीब साढ़े तीन लाख रुपए बताई जा रही है।
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